Bihar Assembly Elections 2020: विधानसभा चुनाव पर आयोग को राय देने का कल आखिरी मौका
विधानसभा चुनाव और लोकसभा का उप चुनाव कैसे संपन्न कराया जाए इस पर निर्वाचन आयोग को राय देने का आखिरी दिन मंगलवार है।
पटना, जेएनएन। कोरोना काल के बीच विधानसभा चुनाव और लोकसभा का उप चुनाव कैसे संपन्न कराया जाए, इस पर निर्वाचन आयोग को राय देने का आखिरी दिन मंगलवार है। आयोग ने पांच अगस्त को पत्र लिखकर सभी दलों को सुझाव देने का एक और मौका दिया था।
इससे पहले भी दलों से मांगा जा चुका है सुझाव
इससे पहले पहली बार 17 जुलाई को आयोग ने पत्र लिखकर सभी दलों को सुझाव देने को कहा था। सुझाव देने की आखिरी तारीख 31 जुलाई थी, लेकिन कई दलों के सुझाव नहीं मिले। इस कारण आयोग द्वारा तारीख को 11 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया।
रोजाना मिल रहा चार हजार मरीजों का हवाला
प्रदेश में कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोज करीब चार हजार नए मरीज मिल रहे हैं। दूसरी ओर विधानसभा का चुनाव भी नजदीक आता जा रहा है। आयोग को तय करना है कि चुनावी रैली कैसे हो और नेता किस तरह जनता से संवाद करें। ऐसे में आयोग ने बिहार में सक्रिय सभी राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे हैं। दलों से कहा गया है कि वे बताएं कि कोरोना को देखते हुए किस तरह चुनाव अभियान और सभा-संगोष्ठी का संचालन हो सकता है।
राजनीतिक दलों के विचार अलग-अलग
कोरोना काल में विधानसभा का चुनाव हो या नहीं, इस पर राजनीतिक दलों के विचार अलग-अलग हैं। जदयू और भाजपा की राय है कि चुनाव कब होंगे, यह तय करना आयोग का अधिकार है। दोनों पार्टियां चुनाव के लिए तैयार हैं। वहीं, राजग में शामिल लोजपा कोरोना काल में चुनाव नहीं चाहती। राजद और कांग्रेस की मांग है कि चुनाव टाला जाए। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का कहना है कि चुनाव कराने पर लाखों लोगों के संक्रमित होने का खतरा है। चुनाव टाला जाए और अगर ऐसा नहीं होता है तो परंपरागत रूप से प्रचार करने की इजाजत मिले।