Bihar Assembly Election: महागठबंधन के साथ जाने को वाम दलों की सहमति, क्या एक साथ आएंगे तेजस्वी-कन्हैया?
Bihar Assembly Election बिहार में विपक्ष की राजनीति में यह बड़ी घटना होगी। महागठबंधन में वाम दलों के शामिल होने क बाद तेजस्वी यादव व कन्हैया कुमार एक छतरी के नीचे आ जाएंगे।
पटना, जेएनएन। Bihar Assembly Election: बिहार के विपक्षी महागठबंधन (Grand Alliance) को लेकर यह बड़ी खबर है। बुधवार को वाम दलों (Left Parties) के साथ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की वार्ता के बाद अब भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) महागठबंधन (Mahagathbandhan) में शामिल हो सकते हैं। खास बात यह है कि अगर यह गठबंधन होता है तो बिहार के दो युवा नेता आरजेडी के तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadad) तथा सीपीआइ के कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) एक छतरी के नीचे आ जाएंगे। बताया जा रहा है कि वाम दलों के साथ महागठबंधन की बात चल रही है। आरजेडी के साथ वाम दलों की ऐसी एक बैठक बुधवार को भी हुई। इसमें सहमति बनी कि आरजेडी, कांग्रेस, सभी वाम दल व अन्य लोकतंत्रिक दल साथ मिलकर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, सीटों की संख्या को लेकर सवाल बरकरार है। फिलहाल सीटों को लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है।
महागठबंधन में शामिल हो सकते वाम दल
बुधवार को आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से वाम दलों की नौ सदस्यीय टीम के साथ वार्ता हुई। इसमें लिए सीपीआइ व सीपीएम के महागठबंधन शामिल होने पर बात हुई। इसमें आरजेडी, कांग्रेस, सभी वाम व अन्य लोकतंत्रिक दल के एक साथ सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति बनी। हालांकि, सीटों को लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है।
मांझी के जाने के बाद हो रही शामिल करने की मांग
जीतन राम मांझी के महागठबंधन से जाने के बाद वाम दलों को महागठबंधन में शामिल करने की मांग जोर पकड़ रही है। बुधवार को उपेन्द्र कुशवाहा ने भी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) की बैठक में कहा था कि मांझी के जाने से महागठबंधन को हुए नुकसान की भरपाई के लिए इसमें अब वाम दलों को भी शामिल करना चाहिए।
वाम दलों की महागठबंधन में 42 से 48 सीटों पर दावेदारी
अगर महागठबंधन में दो प्रमुख वाम दल शामिल होते हैं तो अगला सवाल सीटों के बंटवारे का होगा। बताया जा रहा है कि सीपीआइ, सीपीएम व भाकपा माले ने महागठबंधन के समक्ष 42 से 48 सीटों पर दावेदारी पेश कर दी है। हालांकि, सीपीआइ के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय कहते हैं कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को हराने के लिए मजबूत विपक्ष जरूरी है। इसके लिए विपक्ष की बड़ी पार्टियों को छोटे दलों के प्रति त्याग-भाव दिखाना होगा। सीपीएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार के मुताबिक यदि एनडीए को हराना है तो महागठबंधन में हर सहयोगी दल को सम्मान देना पड़ेगा। हमारी कोशिश यही है कि विपक्ष के वोटों का बिखराव नहीं हो।