Bihar Election: महागठबंधन से RLSP के निकलते ही वाम दलों की लगी लॉटरी, जानिए किसे कितनी मिल रहीं सीटें
Bihar Assembly Election 2020 बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीटों का बंटवारा तो नहीं हो सकता है लेकिन वाम दलों का पेंच सुलझ चुका है। सीट बंटवारे को लेकर वाम दलों से बनी सहमति में सीपीआइ माले को सर्वाधिक फायदा होने जा रहा है।
पटना, दीनानाथ साहनी। Bihar Assembly Election 2020: महागठबंधन (Grand Alliance) से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के अलग होते ही वामपंथी दलों (Left Parties) की लॉटरी निकल आई है। कई दौर की बातचीत के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और वामपंथी दलों के बीच सीटों को लेकर लगभग सहमति बन गई है। यह भी तय हो गया है कि वाम दल महागठबंधन (Mahagathbandhan) का हिस्सा बने रहेंगे। हालांकि, वाम दलों की ओर से और 10-12 सीटों की मांग की जा रही है।
वामपंथी दलों में सीपीआइ एमएल को सर्वाधिक फायदा
वामपंथी दलों में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले (CPI ML) को सर्वाधिक फायदा होने जा रहा है। खबर है कि महागठबंधन में माले को 14 सीटें मिलेंगी। जबकि, वह और पांच-छह सीटों की मांग पर अड़ी है। इसमें उसे दो-तीन सीटें आरजेडी से मिल भी सकती हैं। आरजेडी की ओर से माले से उम्मीदवारों के नाम भी मांगे गए हैं। वहीं आरजेडी ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) को दो और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) को तीन सीटें देने पर सहमति दी है।
किस पार्टी के लिए किन सीटों पर बनी सहमति, जानिए
सीपीएम को महागठबंधन में समस्तीपुर जिले की विभूतिपुर सीट और बेगूसराय जिले की मटिहानी सीट दिए जाने पर सहमति बनी है। सीपीएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार मधबुनी जिले की लौकहा सीट और सारण की मांझी सीट लेने की भी जिद कर रहे हैं। इस पर आरजेडी ने कोई जवाब नहीं दिया है। आरजेडी ने सीपीआइ को बेगूसराय जिले की तेघड़ा, खगडि़या और मधुबनी जिले के हरलाखी सीट देने पर सहमति दी है। जबकि सीपीआइ अपने लिए और दो-तीन सीटों की मांग कर रही है। इधर महागठबंधन में सीपीआइ माले को तीन सीटिंग सीटें तो मिलेंगी ही। इनमें कटिहार की बलरामपुर, भोजपुर जिले की तरारी और सिवान की दरौली सीटें शामिल हैं। आरजेडी ने कैमूर जिले की चैनपुर, रोहतास जिले की डेहरी तथा नोखा या दिनारा, दरभंगा की हायाघाट, मधुबनी की बिस्फी, पश्चिम चंपारण की सिकटा या रामनगर, भोजपुर की अंगिआंव तथा संदेश, पटना जिले की पालीगंज, सारण की रघुनाथपुर और अरवल सीट माले को देने पर सहमति दी है। हालांकि, माले अपनी मजबूत दावेदारी वाली दर्जनभर से ज्यादा सीटें महागठबंधन के लिए छोड़ने को राजी है।