Bihar Assembly Election: चिराग पासवान की निर्वाचन आयोग से दो-टूक, कोरोना काल में चुनाव के पक्ष में नहीं LJP
Bihar Assembly Election एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने निर्वाचन आयोग से कहा है कि उनकी पार्टी कोरोना काल में चुनाव के पक्ष में नहीं है। इससे जनता का जीवन खतरे में पड़ेगा।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election: लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर दो-टूक कहा है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बीच बिहार में चुनाव कराना लोगों को मौत के मुंह में ढकेलने जैसा है। इसलिए फिलहाल चुनाव को टाल दिया जाए। मालूम हो कि 17 जुलाई को भारत निर्वाचन आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राय मांगी थी।
अभी और बढ़ेगा कोरोना, बचाव की हो प्राथमिकता
चिराग ने चुनाव आयोग को शुक्रवार को भेजे गए पत्र में कहा है कि अक्टूबर-नवंबर में कोरोना का प्रकोप और बढ़ने की आशंका है। ऐसे समय में हमारी प्राथमिकता लोगों को बचाने की होनी चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए चुनाव कराना अत्यंत ही कठिन होगा। बिहार के 38 में से 13 जिले अभी बाढ़ग्रस्त हैं। लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव होना जरूरी है पर इसके लिए एक बड़ी आबादी को खतरे में डालना सरासर अनुचित होगा। देश भर में 35 हजार से अधिक लोगों की मौत इस बीमारी की वजह से हो चुकी है।
महज एक दिन की प्रक्रिया नहीं है विधानसभा चुनाव
चिराग ने अपने पत्र में कहा कि विधानसभा चुनाव महज एक दिन की प्रक्रिया नहीं है। राजनीतिक दलों तथा प्रत्याशियों को महीनों पहले से जुटना होता है। चुनाव की घोषणा और मतदान की तारीख के बीच चार से पांच हफ्ते का समय होता है। रैलियां और सभाएं होती हैं। इस परंपरा को बदल पाना अत्यंत ही कठिन होगा। यदि ऐसी सभाएं होती हैं तो बड़ी आबादी को संकमित होने का खतरा होगा।
बिहार जैसे प्रदेश के लिए वर्चुअल कैंपेनिंग संभव नहीं
चिराग ने आगे लिखा है कि बिहार जैसे प्रदेश के लिए वर्चुअल कैंपेनिंग संभव नहीं है। बिहार में बड़ी आबादी ऐसी है जिनके पास न तो स्मार्टफोन है और न ही उसके इस्तेमाल करने के लिए जरूरी तकनीक उपलब्ध है।
कोरोना के भय से चुनावसे दूर रहेगी बड़ी आबादी
कोरोना संक्रमण के प्रभाव से या इसके भय से सावधानी बरतने के उद्देश्य से एक बड़ी आबादी निर्धारित समय पर हुए चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाएगी।