Bihar Election: अब NDA के किनारे मांझी की नैया, तेजस्वी को बताया रहमोकरम वाला अयोग्य नेता
Bihar Assembly Election जीतन राम मांझी एनडीए में शामिल हो रहे हैं। इसके पहले उन्होंने लालू यादव व तेजस्वी यादव की जमकर खबर ली। साथ ही नीतीश कुमार की तारीफ की।
पटना, राज्य ब्यूरो। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी जल्दी ही औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा हो जाएंगे। मांझी ने इसका ऐलान कर दिया है। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव तथा उनके बेटे तेजस्वी यादव पर जमकर भड़ास निकाली। कहा कि वे लालू के चक्कर में महागठबंधन में शामिल हो गए थे। अपने बेटे से तुलना करते हुए उन्होंने तेजस्वी को आठवीं पास व रहमोकरम वाला अयोग्य नेता करार दिया। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। विदित हो कि जीतन राम मांझी ने 20 अगस्त को महागठबंधन से अलग होने का फैसला किया था। उसी समय से उनके एनडीए में शामिल होने को तय माना जा रहा था।
एनडीए में बिना शर्त शामिल, सीटों को ले जेडीयू से करेंगे बात
जीतन राम मांझी ने कहा है कि उनका गठबंधन जनता दल यूनाइटेड के साथ हुआ है। चूंकि नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा है, इसलिए वे एनडीए के साथ हैं। वे नीतीश कुमार को अपना पार्टनर मान कर उनके साथ काम करेंगे। वे जेडीयू के साथ पार्टनर के रूप में रहेंगे, उनके दल का जेडीयू में विलय नहीं हुआ है। विधानसभा चुनाव में सीटों के सवाल पर मांझी ने सधा जवाब दिया कि वे एनडीए में बिना शर्त शामिल हुए हैं। सीटों की बात वे जेडीयू के मिलकर तय कर लेंगे।
लालू यादव वे चक्कर में महागठबंधन में हो गए थे शामिल
लालू प्रसाद यादव पर हमलावर होते हुए मांझी ने कहा कि वे उनके चक्कर में महागठबंधन में शामिल हो गए थे। महागठबंधन में आकर पता चला कि आरजेडी भ्रष्टाचार और घोटालों में डूबी हुई पार्टी है। मांझी ने महागठबंधन में आरजेडी की मनमानी की चर्चा करते हुए कहा कि वे महीनों से महागठबंधन में कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने की बात कह रहे थे, लेकिन यह बात नहीं सुनी गई। इस कारण उन्हें यह फैसला लेना पड़ा। मांझी ने कहा कि उन्होंने आरजेडी के सात विधायकों को जिताया, लेकिन लालू ने उन्हें क्या दिया?
तेजस्वी को बताया आठवीं पास रहमोकरम वाला नेता
अपने बेटे को विधान पार्षद बनाने को लेकर आरजेडी के सवाल पर जीतन राम मांझी ने सीधे तेजस्वी यादव को निशाने पर लिया। कहा कि उनका बेटा कोई आठवीं पास नहीं है, उसने एमए-पीएचडी किया है। उसे रहम पर नहीं, योग्यता के आधार पर एमएलसी बनाया गया था।
खुद सक्रिय राजनीति से दूर जाने की कही बात
जहतन राम मांझी ने एक और बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि 75 वर्ष की उम्र के बाद सक्रिय राजनीति में नहीं रहना चाहिए और चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। इस कारण वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की सोच रहे हैं। हालांकि, इसपर अंतिम फैसला जिससे गठबंधन किया है (नीतीश कमार) उनकी राय जानने के बाद ही लेंगे।
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