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Bihar Assembly Election News:बिहार में बीजेपी की राह आसान कर सकते हैं ओवैसी, 32 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव

Bihar Assembly Election News बिहार विधानसभा के चुनाव को लेकर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने बिहार में 32 सीटों पर चुनावलड़ने का एेलान किया है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 11 Jun 2020 10:08 AM (IST)Updated: Fri, 12 Jun 2020 10:49 PM (IST)
Bihar Assembly Election News:बिहार में बीजेपी की राह आसान कर सकते हैं ओवैसी, 32 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
Bihar Assembly Election News:बिहार में बीजेपी की राह आसान कर सकते हैं ओवैसी, 32 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव

पटना, अरविंद शर्मा। Bihar Assembly Election News असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने बिहार में सबसे पहले 32 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान करके महागठबंधन की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है। ओवैसी के स्टैंड से विधानसभा चुनाव में भाजपा-जदयू की राह आसान हो सकती है, क्योंकि उन्होंने जिन सीटों पर चुनाव लडऩे का एलान किया है, उनमें से दो तिहाई से ज्यादा सीटों पर अभी महागठबंधन का कब्जा है। साल भर पहले ओवैसी की पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की खाली हुई सीट पर उपचुनाव में बिहार में पहली बार खाता खोलकर अपने इरादे जता दिए थे। 

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15 साल बनाम 15 साल बनाम 40 साल

सीटों की घोषणा के बाद एआईएमआईएम ने दावा किया है कि समान विचारधारा वाले दलों के साथ समझौते का रास्ता वह खोल कर रखेगी। किंतु ऐसे दल कौन-कौन से होंगे, इसका खुलासा नहीं किया गया है। राजग और राजद के 15 साल बनाम 15 साल के नारे से अलग ओवैसी ने बिहार के लिए नया नारा दिया है। 15 साल बनाम 15 साल बनाम 40 साल। मतलब साफ कि भाजपा-जदयू और राजद से एआइएमआइएम की जितनी दूरी रहेगी, उतनी ही दूरी 40 साल तक बिहार में सरकार चलाने वाली कांग्रेस से भी रहेगी। बिहार में पार्टी के एकमात्र विधायक कमरुल होदा के मुताबिक हमारी लड़ाई वैसे सारे दलों से है, जिन्होंने अकलियतों को डराकर वोट लिया। इस बार ऐसा नहीं चलने देंगे। 

मुस्लिम विधायकों के खिलाफ ही मोर्चा 

एआइएमआइएम की चिह्नित सीटों में अधिकांश वैसी हैं, जिनपर मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं। कई सीटों पर तो इनकी आबादी 40 से 70 फीसद तक है। दिलचस्प यह भी है कि ओवैसी की पार्टी ने पहले चरण में जिन सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है, उनमें से 10 सीटों पर अभी मुस्लिम विधायक हैं। सात राजद, दो कांग्रेस और एक माले के। मुकाबला हुआ तो उक्त सभी सीटों पर ओवैसी को मुस्लिम विधायकों को हराने के लिए ही प्रचार करना पड़ेगा। 

मांझी के खिलाफ भी प्रत्याशी 

हिंदुस्‍तानी आवाम मोर्चा (हम) की ओर से कुछ दिन पहले तक ओवैसी की पार्टी से गठबंधन करने की कोशिश चल रही थी। किंतु हम प्रमुख जीतन राम मांझी की सीट इमामगंज पर भी दावा करके एआइएमआइएम न साफ कर दिया है कि अभी वह किसी पर मरौव्वत नहीं करने जा रही। 2019 के लोकसभा चुनाव में किशनगंज से कांग्रेस के खिलाफ प्रत्याशी देकर और मजबूती से चुनाव लड़कर ओवैसी ने अपनी मंशा का इजहार पहले ही कर दिया है। 

इनके कब्जे में 32 सीटें 

राजद : बरारी, बायसी, जोकीहाट, केवटी, समस्तीपुर, बिस्फी, झंझारपुर, साहेबगंज, महुआ, ढाका, रघुनाथपुर, बरौली, साहेबपुर कमाल, शाहपुर एवं मखदुमपुर। 

कांग्रेस : कदवा, अमौर, बेतिया, नरकटियागंज, कहलगांव, वजीरगंज एवं औरंगाबाद

जदयू : बाजपट्टी, फुलवारी, दारौंदा एवं सिमरी बख्तियारपुर

भाजपा : रामनगर, परिहार, चैनपुर

अन्य : इमामगंज में हम, बोचहा में निर्दलीय और बलरामपुर में माले। 

गौरतलब है कि असद्दुदीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है। असदुद्दीन की पार्टी बिहार विधानसभा की 243 में से 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस बात की जानकारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी थी। उन्‍होंने यह भी कहा कि वह समान विचारधारा वाली पार्टी से गठबंधन करने को भी तैयार है। अख्तरुल इमाम ने कहा कि हमारी पार्टी का गठबंधन किनसे होगा और इसका स्वरूप क्या होगा? इसको लेकर कई पार्टियों से बातचीत जारी है और जल्द ही पार्टी की बाकी सीटों की घोषणा भी कर दी जाएगी। बता दें कि बिहार विधानसभा में AIMIM का एक विधायक है। कमरुल होदा ने पिछले साल किशनगंज सीट पर हुए उपुनाव में जीत हासिल की थी। 

इन सीटों पर चुनाव लड़ेगी ओवैसी की पार्टी

-कटिहार में तीन-बलरामपुर, बरारी और कदवा

-पूर्णिया में दो- अमौर और बायसी

-अररिया में जोकीहाट

-दरभंगा में केवटी

-समस्तीपुर 

-मधुबनी में दो- बिस्फी और झंझारपुर

-मुजफ्फरपुर में दो बौचहा(आरक्षित) और साहेबगंज

-वैशाली में महुआ

-पश्चिम चंपारण में दो- बेतिया और रामनगर (आरक्षित) 

-मोतिहारी में दो- ढाका और नरकटियागंज

-सीतामढ़ी में दो- परिहार और बाजपट्टी

-पटना में फुलवारी (आरक्षित) 

-सिवान में दो- रघुनाथपुर और दरौंधा

गोपालगंज में बरौली

-बेगूसराय में साहेबपुरकमाल

-भागलपुर में कहलगांव

-खगड़िया में सिमरी बख्तियारपुर

-आरा में एक शाहपुर विधानसभा

-जहानाबाद में मखदुमपुर

-गया में दो- इमामगंज और वजीरगंज

-औरंगाबाद 

-कैमूर में चैनपुर 


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