Bihar Assembly Election 2020: जीतनराम मांझी ने क्यों बदले तेवर, चिराग को घर का बच्चा व रामविलास को बड़ा नेता बताया
Bihar Assembly Election 2020 अब तक सीएम नीतीश के समर्थन में चिराग पासवान पर लगातार हमलावर रहे मांझी ने चिराग को घर परिवार का बता दिया । क्या यह मोदी-नड्डा इफेक्ट है?
पटना, जेएनएन। Bihar Assembly Election 2020: अब तक लोजपा (LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग (Chirag Paswan) पासवान पर लगातार हमलावर रहे हम (HUM) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi ) के तेवर अचानक ही नरम पड़ गए हैं। बुधवार को जीतन राम मांझी ने लोकजनशक्ति पार्टी के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान को दलितों का बड़ा नेता बताया है। इसके साथ ही चिराग पासवान को घर का बच्चा करार दिया है। कहा हमारे पारिवारिक संबंध है। राजनीतिक मतभेद तो होते रहते हैं। माना जा रहा है कि चिराग पर नरम पड़े मांझी पर यह मोदी-नड्डा इफेक्ट है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की तीन वर्चुअल रैलिया हुई है, जिसमें उन्होंने एनडीए को एकजुट रहने का संदेश दिया था। इसके पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने मुख्यमंत्री आवास मे सीएम नीतीश कुमार से बात की थी। जिसमें चिराग के मुद्दे पर भी बात हुई थी। इसके बाद ही मुख्यमंत्री को लगातार पत्र और वक्तव्य जारी कर घेर रहे चिराग पासवान के भी तेवर ढ़ीले पड़ गए थे। इसके बाद चिराग पासवान ने साफ किया था कि उनका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से कोई मतभेद नहीं है।
निंदा की थी मगर ये हमेशा कहा कि रामविलास जी दलितों के बड़े नेता
जीतन राम मांझी ने कहा है कि रामविलास पासवान दलितों के बड़े नेता हैं। हां, उनसे कुछ गलतियां जरूर हुई हैं, जिसकी ओर मैंने इशारा किया था। अनुसूचित जाति एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट से जब फैसला आया था तब हम लोग रोड पर धरना पर बैठे थे। उस समय रामविलास जी ने कुछ बोला था, जिसकी हमने निंदा की थी। जिस तरह से गैर दलितों को आरक्षण की संविधान की नौंवी सूची में डाला गया उसी प्रकार SC/ST एक्ट को भी संविधान की नौंवी सूची में शामिल करवाने के लिए रामविलास जी को कोशिश करनी चाहिए। इस समय वे इस हैसियत में हैं कि ऐसा कर सकते हैं मगर कर नहीं रहे हैं। मगर इसका यह मतलब कतई नहीं है कि मैं उनको बड़ा नेता नहीं मानता।
पोस्टर और पत्रों के जरिए हमलावर रहे
बता दें कि जदयू में बिना शर्त्त शामिल हुए जीतन राम मांझी ने एनडीए में आते ही चिराग पासवान और रामविलास पासवान को निशाने पर लिया था। एनडीए में शामिल होने पर हम की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन में जारी पोस्टर में एनडीए के सभी बड़े नेताओं की तस्वीर थी मगर, रामविलास पासवान या चिराग पासवान की तस्वीर पोस्टर से गायब थी। इसके बाद मीडिया में पत्र जारी कर चिराग पासवान पर निशाना साधा गया था। मांझी ने यह एेलान भी कर दिया था कि सीएम नीतीश कुमार पर हमला हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।