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Bihar Assembly Election 2020: अब चिराग ने स्वच्छता अभियान सर्वेक्षण में बिहार की स्थिति पर सरकार को घेरा

Bihar Assembly Election 2020 चिराग पासवान के ट्वीटर हैंडल पर किया गया ट्वीट । सरकार को प्रधानमंत्री नरेंद्र्र मोदी से प्रेरणा लेकर स्वच्छ बिहार के सपने को साकार करने की दी नसीहत।

By Bihar News NetworkEdited By: Published: Sat, 22 Aug 2020 05:52 PM (IST)Updated: Sat, 22 Aug 2020 05:52 PM (IST)
Bihar Assembly Election 2020: अब चिराग ने स्वच्छता अभियान सर्वेक्षण में बिहार की स्थिति पर सरकार को घेरा
Bihar Assembly Election 2020: अब चिराग ने स्वच्छता अभियान सर्वेक्षण में बिहार की स्थिति पर सरकार को घेरा

पटना , जेएनएन : Bihar Assembly Election 2020:  लोक जनशक्ति पार्टी (LJP)  लोजपा  ने अब राज्य सरकार को स्वच्छता अभियान सर्वेक्षण 2020 के परिणामों को आधार बनाकर घेरा हैै। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के ट्वीटर हैंडल पर लोजपा ने शुक्रवार को यह ट्वीट किया कि स्वच्छता अभियान सर्वेक्षण 2020 में जिस तरह बिहार के शहरों की स्थिति रही है,  वह जाहिर तौर पर निराश करने वाला व चिंताजनक है। लोजपा द्वारा नसीहत वाले अंदाज में यह लिखा गया कि उम्मीद है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र्र मोदी से प्रेरणा लेकर स्वच्छ बिहार के सपने को साकार करेंगे।

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पहले भी सरकार पर हमलावार रहे हैं चिराग

बता दें कि  राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा होते हुए भी चिराग कभी विधि-व्यवस्था (Law and Order) तो कभी विकास (Development) के सवालों को लेकर सरकार पर आक्रामक होते रहे हैं।  राजनीतिक गलियारे में चिराग पासवान के सरकार के खिलाफ वक्तव्य और ट्वीट को लेकर चर्चा होती रही है कि  वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार बोल रहे हैं।  चिराग के हमलावर रुख पर जदयू और लोजपा के नेताओं के बीच तनातनी मीडिया में भी आ गई थी।  चिराग पासवान को लोकसभा में जेडीयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कालीदास की उपमा देते हुए कहा था कि वे जिस डाल पर बैठे हैं, उसे ही काट रहे हैं। यह भी कहा था कि वे विपक्ष की भूमिका में हैं। इसके बाद एलजेपी नेताओं ने ललन सिंह के खिलाफ बयान देना शुरू कर दिया था। इसके बाद दोनों दलों के रिश्‍तों में तनाव चरम पर पहुंच गया है। हालांकि, इसपर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग ने कहा कि ललन सिंह अभिभावक के रूप में हैं, इसलिए वे उनके खिलाफ कुछ नहीं कहेंगे। मगर, वे जनता के मुद्दों को भी उठाते रहेंगे। चिराग ने पिछले दिनों खगडि़या के एक चचरी पुल (बांस-बल्ले से बना अस्थायी पुल) को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। गौरतलब है कि खगडि़या उनका पैतृक घर है । इसके अलावा राज्‍य में कोरोना संक्रमण की स्थिति‍, इलाज और अस्‍पतालों में सरकारी व्‍यवस्‍था पर भी असंतोष जताते रहें हैं।

बिहार और बिहारियों की बात कर रहे

  चिराग कहते रहे हैं कि वे सरकार की आलोचना नहीं कर रहे, बल्कि जनता की बातों को मुख्यमंत्री तक पहुंचा रहे हैं।  वे अपने ट्वीट से किसी को निशाना नहीं बना रहे। वे बिहार और बिहारियों की बात कर रहे हैं।

तेवर के पीछे सीटों की हिस्सेदारी की कोशिश!

चूंकि बिहार में चुनाव का भी समय आ गया है तो चिराग के तेवर के पीछे सीटों की हिस्सेदारी से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। 'बिहार फ‌र्स्ट, बिहारी फ‌र्स्ट' अभियान से एक ओर खुद के नेतृत्व में मौलिक शुरुआत तो दूसरी ओर आक्रामक रुख से अपने नेतृत्व को धार देने की कोशिश। बहरहाल, सियासी हलकों में चिराग के आक्रामक रुख की खूब चर्चा है।


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