Bihar Assembly Election 2020: जदयू दिखाएगा विकास का ये वीडियो कैप्सूल, इंजीनियर CM के काम पर मांगेगा वोट
Bihar Assembly Election 2020 जदयू विकास पर मांगेगा वोट। पार्टी ने सोशल मीडिया पर अपलोड किए तरक्की दिखती है सीरिज के वीडियो । नीतीश के शासन-काल में हुई तरक्की की कहानी को एक से दो मिनट में एनीमेशन के जरिए दिखाया जाएगा।
पटना, भुवनेश्वर वात्स्यायन। Bihar Assembly Election 2020: जदयू अब बिहार की तरक्की स्पष्ट ढंग से जनता को दिखाकर वोट मांगने की तैयारी में है। पार्टी की ओर से एक से दो मिनट के वीडियो कैप्सूल तैयार कर सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म पर डाले जा रहे हैं। कोर सेक्टर मसलन सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली के क्षेत्र में हासिल उपलब्धियों को इस वीडियो में शामिल किया जा रहा है।
नीतीश और उनके कामकाज पर केंद्रित है कंटेंट
'तरक्की दिखती है' सीरिज के वीडियो को नीतीश कुमार पर केंद्रित किया गया है। पहला वीडियो एनिमेशन के सहारे तरक्की की कहानी कहता है। इसमें कहा गया है कि जब मुख्यमंत्री पढ़ा-लिखा इंजीनियर हो तो तरक्की दिखती है। इसके बाद के कई वीडियो भी ऐसे ही कंटेंट से जुड़े हैं। पहले विषय में बिजली को शामिल किया गया है। नीतीश कुमार के हाथ में बल्ब और पीछे ट्रांसमिशन के पोल दिखाए गए हैैं। दूसरे हिस्से में सड़क और फिर स्कूल, अस्पताल और शौचालय के निर्माण के क्षेत्र में हासिल उपलब्धि को दिखाया गया है।
नई पीढ़ी के सवाल के जवाब देने की है कोशिश
तरक्की दिखती है कैचवर्ड से जदयू ने वीडियो की कई सीरिज तैयार की है। एक वीडियो में नई पीढ़ी पूछती है, तब के बिहार और अब के बिहार में अंतर क्या? जवाब मिलता है : तब के बिहार में खुशियां और उम्मीद खोई दिखती हैं, अब के बिहार में नई उम्मीदेेें और तरक्की दिखती हैं। इस वीडियो में 15 वर्ष पहले की टूटी सड़क, नए दौर में बने पुल, बिजली और विधि-व्यवस्था तथा शिक्षा की स्थिति दिखाई गई है। लालू प्रसाद की तस्वीर को दिखाते हुए यह कहा गया है : स्वार्थ में अंधा धृतराष्ट्र तब गरीब जनता की क्या सुनता। विधि-व्यवस्था से जुड़े एक वीडियो में एक बुजुर्ग का साक्षात्कार है। 15 वर्ष पहले से बिहार में आज की स्थिति की तुलना की गई है।
मुख्यमंत्री की बातें कमेंट्री में
एक वीडियो विशेष रूप से आधारभूत संरचना के क्षेत्र में हुए कार्यों पर है। कमेंट्री में यह कहा गया कि बिहार के इंजीनियर मुख्यमंत्री ने ये किया। इसमें मुख्यमंत्री के उस संबोधन को भी जोड़ा गया है, जिसमें वे पुल-सड़कों की संख्या गिना रहे हैैं। साइंस सिटी और बिहार संग्रहालय के निर्माण के साथ-साथ सरदार पटेल भवन के खास तकनीक से हुए निर्माण का जिक्र कर रहे हैं।