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Bihar Assembly Election 2020: कोरोना इफेक्‍ट-EAVA-3 Model से होंगे चुनाव, एक लाख होंगे मतदान केंद्र

Bihar Assembly Election 2020 इस बार विधानसभा चुनाव में कोरोना का इफेक्ट देखने को मिलेगा। इसबार चुनाव EAVA-3 Model से होगा और मतदान केंद्रों की संख्या एक लाख होगी।

By Kajal KumariEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 08:05 AM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 03:54 PM (IST)
Bihar Assembly Election 2020: कोरोना इफेक्‍ट-EAVA-3 Model से होंगे चुनाव, एक लाख होंगे मतदान केंद्र
Bihar Assembly Election 2020: कोरोना इफेक्‍ट-EAVA-3 Model से होंगे चुनाव, एक लाख होंगे मतदान केंद्र

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Assembly Election 2020: यह बिहार विधानसभा चुनाव पर कोरोना इफेक्‍ट है। चुनाव आयोग ने 1000 से अधिक मतदाता वाले बूथों पर नए मतदान केंद्र बनाने की कवायद शुरू कर दी है। आयोग की इस पहल के बाद बिहार में मतदान केंद्रों की संख्या 73 हजार से डेढ़ गुना बढ़कर करीब एक लाख होने की संभावना है। 

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दरअसल, कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने एक हजार से अधिक मतदाता वाले बूथों पर सहायक बूथ बनाने का प्रस्ताव मांगा था। आयोग के निर्देश पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने जिलों से प्रस्ताव मंगा कर आयोग को भेज दिया है।

वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में 1200 मतदाता पर एक बूथ हैं। वहीं, शहरी क्षेत्र में 1400 मतदाता पर एक बूथ है। आयोग ने 2019 के लोकसभा चुनाव में इसी आधार पर मतदान कराया है। लेकिन विधानसभा चुनाव में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आयोग ने चुनाव प्रक्रिया में कई अहम बदलाव का खांका खींचने की पहल तेज कर दी है।

बिहार में 7 करोड़ 18 लाख वोटर हैं और करीब 73 हजार बूथ हैं। अहम यह है कि बिहार में इस बार ईएवीए-3 मॉडल चुनाव कराया जाएगा। बूथों की विस्तृत स्थिति को देखें तो राज्य में शहरी क्षेत्र में 8239 बूथ जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 42643 बूथ हैं। वहीं, लोकेशन के अनुसार शहरी क्षेत्र में 3835 लोकेशन (भवनों) में बूथों का गठन किया गया है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 42643 लोकेशन (भवन) में बूथों का गठन किया गया है। 

क्या है ईवीएम-3 

अक्सर यह देखा जाता है कि हर चुनाव के बाद हारने वाली पार्टियां हार की ठीकरा ईवीएम पर ही फोड़ कर धांधली का आरोप मढ़ती है। इसलिए अब आयोग ईवीएम एम-3 यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मार्क-3 का इस्तेमाल करने जा रही है। सभी ईवीएम को अपग्रेड किया जा रहा है।

ईवीएम के चिप को सिर्फ एक बार ही प्रोग्राम किया जा सकता है और चिप के सॉफ्टवेयर को पढ़ा भी नहीं जा सकता। इसे ना तो इंटनेट ना ही किसी नेटवर्क से जोड़ा जा सकता है। यहां तक कि इसे खोलने की कोशिश की गई तो यह मशीन छेड़छाड़ करने वाले की फोटो खींच कर खुद बंद हो जाएगी। इसके अलावा ईवीएम मार्क-3 में 384 प्रत्याशियों की जानकारी रखी जा सकती है।


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