Bihar Assembly Election: बागियों को पार्टी से निकालने का सिलसिला जारी, अब जेडीयू ने दो को किया निष्कासित
Bihar Assembly Election 2020 जनता दल युनाइटेड (जदयू) ने अपने नेताओं ई. अशोक कुमार सिंह और ममता देवी को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। दोनों नालंदा जिला में हरनौत के रहने वाले हैैं।
पटना, जेएनएन। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के रण को जीतने के लिए पार्टियों की ओर से जोर लगाने का सिलसिला जारी है। सोशल मीडिया से लेकर रैलियों का दौर शुरू हो चुका है। सियासी गलियारों से देश के बड़े-बड़े चेहरे प्रचार अभियान में जुटे हैं। इस बीच टिकट न मिलने पर नेताओं की नाराजगी जगजाहिर हो रही है। बीजेपी की ओर से करीब 15 नेताओं को पार्टी से निष्काशित करने के बाद मंगलवार को जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) ने भी दो नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
टिकट न मिलने पर किया था हंगामा
जदयू ने अपने नेताओं ई. अशोक कुमार सिंह और ममता देवी को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। दोनों नालंदा जिला में हरनौत के रहने वाले हैैं। ममता देवी हरनौत से जदयू के टिकट के लिए प्रयासरत थीं। टिकट नहीं मिलने पर उनके समर्थकों ने पार्टी दफ्तर में हंगामा किया था। फिलहाल वे लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर हरनौत से चुनाव लड़ रही हैं।
बीजेपी ने बागियों को दिखाया बाहर का रास्ता
सोमवार को बीजेपी ने छह और नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया। छह वर्षों के लिए निकाले गए पार्टी नेताओं में दो मौजूदा विधायक और तीन पूर्व विधायक और एक पूर्व विधान पार्षद हैं। इस प्रकार पार्टी ने छह नेताओं को छह वर्षों के लिए भाजपा से निकाला है। नेताओं पर भाजपा की छवि धूमिल करने और दल विरोधी गतिविधियों के मामले में कार्रवाई की गई है। भाजपा से निकाले गए नेताओं में सारण जिले के अमनौर से पार्टी के विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा और सिवान के विधायक व्यासदेव प्रसाद हैं। इसके अलावा छपरा के पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह, मधुबनी के पूर्व विधायक रामदेव महतो, तेघरा के पूर्व विधायक ललन कुंवर और सिवान के पूर्व विधान पार्षद मनोज सिंह हैं। पार्टी के सभी माननीय एनडीए प्रत्याशियों को चुनौती दे रहें हैं।