India-China Border Tension: चाइना की चालबाजी पर गुस्से में बिहार, जगह-जगह फूंके गए चीनी राष्ट्रपति के पुतले; लगाए मुर्दाबाद के नारे
चीन की चालबाजी पर पूरा बिहार गुस्से में है। राज्य में जगह-जगह चीनी राष्ट्रपति के पुतले फूंके गए। लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए। चीनी सामान को बहिष्कार करने की बात कही।
पटना, जेएनएन। चीन की चालबाजी पर पूरा बिहार गुस्से में है। खासकर बिहार के पांच लाडलों की शहादत ने लोगों को गम और गुस्से में डाल दिया है। बुधवार को सुबह से ही चीन के प्रति लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। आम जनता से लेकर बिहार के सियासी गलियारे तक में चीन के प्रति लोग आग उगल रहे हैं और चीन पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। इतना ही नहीं, चीनी प्रोडक्ट्स को बहिष्कार करने की लोगों से अपील की जा रही है। मुख्यमंत्री से लेकर तमाम नेताओं ने चीन की इस करतूतों की निंदा की है। वहीं बिहार के पटना समेत तमाम जिलों में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पुतले फूंके जा रहे हैं।
पटना में लोजपा समेत भाजपा युवा मंडल और बजरंग सेना के लोगों ने चीनी राष्ट्रपति के पुतले फूंके। पटना के कारगिल चौक पर लोजपा ने पुतला फूंकते हुए चीन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस संबंध में लोजपा बिहार प्रदेश के मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने बताया कि भारत-चीन झड़प मामले में देश के 20 जवान शहीद हो गए हैं, इसकी पार्टी निंदा करती है और चीन पर कार्रवाई की मांग करती है। उन्होंने कहा कि चीन के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाल कर पार्टी के नेताओं ने चीन के झंडे एवं वहां के राष्ट्रपति के पुतले जलाकर आक्रोश जताया। दूसरी ओर शहीद जवान की याद में कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी गई।
उधर, दानापुर में पूर्व सैनिकाें ने चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूंका। मुजफ्फरपुर के आैराई में भी चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूंकते हुए वहां के सामानों को बहिष्कार करने का आह्वान लोगों से किया। दूसरी ओर, जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने की चीनी सामानों के बहिष्कार की अपील की। वे चीनी सामानों का बहिष्कार करें। उन्होंने भारत सरकार से चीन पर सर्जिकल स्ट्राइक की मांग भी की है।
बुधवार को पप्पू यादव ने अलग-अलग मार्केट कॉम्प्लेक्स में जाकर चीनी सामानों के बहिष्कार की अपील की। कहा कि हम चीन के सामान का उपयोग कर उसका व्यापार बढ़ा रहे हैं और इससे उसकी आर्थिक वृद्धि हो रही है। फिर इन्हीं पैसों का उपयोग चीन हमारे देश के खिलाफ करता है। उन्होंने इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि पिछले 6 साल में केंद्र सरकार चीन के लिए एक कारगर विदेश नीति नहीं बना पाई। इसके पूर्व उन्होंने विरोध मार्च भी निकाला। मार्च में एजाज अहमद, राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा, नवलकिशोर यादव, हरेराम महतो अकबर अली परवेज समेत अन्य नेता शामिल हुए।