बिहार में महिला की याचिका पर बड़ा फैसला, ऑक्सीजन की हो समस्या तो सीधे हाईकोर्ट में करें शिकायत
बिहार के लोगों के पॉजिटिव होने के साथ मौत के आंकड़े भी चिंता बढ़ा रहे हैं। बिहार में सबसे बड़ी समस्या ऑक्सीजन को लेकर है। ऑक्सीजन को लेकर पटना हाईकोर्ट ने बड़ा निर्णय लिया है। अब अस्पताल सीधे हाईकोर्ट को शिकायत कर सकते हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण पांव पसारता जा रहा है। अब राज्य के लोगों के पॉजिटिव होने के साथ मौत के आंकड़े भी चिंता बढ़ा रहे हैं। बिहार में सबसे बड़ी समस्या ऑक्सीजन को लेकर है। अस्पतालों से लगातार ऑक्सीजन की समस्या की खबरें आ रही हैं। इसको लेकर पटना हाईकोर्ट ने बड़ा निर्णय लिया है। बिहार के वैसे प्राइवेट (निजी) अस्पताल जिन्हें सरकार ने कोविड-19 के संक्रमितों के इलाज की अनुमति दी है, यदि उन्हेंं ऑक्सीजन मिलने में समस्या है तो वे अब सीधे पटना हाइकोर्ट से शिकायत कर सकेंगे।विदित हो कि राज्य में ऑक्सीजन की कमी की खबरें लगातार आ रहीं हैं।
पटना हाइकोर्ट की मेल आइडी पर करें शिकायत
इस मामले में 23 अप्रैल को पटना हाइकोर्ट ने शिवानी कौशिक बनाम स्वास्थ्य विभाग व यूनियन ऑफ इंडिया एवं अन्य की सुनवाई की थी। हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि जिन निजी अस्पतालों को सरकार ने कोविड 19 के इलाज की अनुमति दी है, उन अस्पतालों को ऑक्सीजन मिलने में यदि किसी प्रकार की समस्या होती है तो संबंधित अस्पताल सीधे हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पटना हाइकोर्ट की मेल आइडी पर अपनी शिकायत कर सकते हैं। कोर्ट के आदेश पर सोमवार को राज्य स्वास्थ्य समिति ने इस संबंध में सूचना जारी कर दी है।
बिहार में 89660 हुए कोरोना के एक्टिव मरीज
बिहार में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एक दिन पहले राज्य में 11801 नए संक्रमित मिले हैं। अब बिहार में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 89660 हो गई है। राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण ने और 67 लोगों की जान ली है। स्वास्थ्य विभाग ने 24 घंटे में 80461 वहीं रविवार को करीब 20 हजार कम टेस्ट भी किए गए। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इस कारण भी कोरोना के कम ही मरीज मिले। रविवार को टना से 2770, गया से 665, सारण से 568, औरंगाबाद से 550, बेगूसराय ये 549 और गोपालगंज से 500 संक्रमित हैं।