बिहार में पहली बार पुलिस पर बड़ी कार्रवाई, एक साथ 175 पुलिसकर्मी सस्पेंड
पटना पुलिस लाइन में शुक्रवार को पुलिसकर्मियों ने जमकर उत्पात मचााया था। जिसके बाद पहली बार अनुशासनहीनता के आरोप में 175 पुलिस कांस्टेबल को बर्खा्स्त कर दिया गया है।
पटना [जेएनएन]। बिहार में पहली बार अनुशासनहीनता के आरोप में 175 पुलिस कांस्टेबल को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। इनमें से क़रीब 167 वो सिपाही हैं, जिनकी अभी ट्रेनिंग ही चल रही थी। ये सभी कार्रवाई पुलिस मुख्यालय और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पटना पुलिस लाइन में घटी घटना के मामले पर सख़्त कारवाई करने के आदेश के बाद संभव हो पाया है।
न्यू पटना पुलिस लाइन में शुक्रवार को डेंगू से महिला आरक्षी सविता पाठक की मौत के बाद कार्यालयों में घुसकर अधिकारियों को पीटने, तोडफ़ोड़ और जमकर उपद्रव की घटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संज्ञान लेने पर जांच के बाद आरोपित 175 पुलिसकर्मियों को रविवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
इनमें 167 नवनियुक्त आरक्षी और आठ सिपाही शामिल हैं। 23 पुलिसकर्मियों को लापरवाही पर निलंबित भी किया गया है। रविवार को पटना रेंज के आइजी नैय्यर हसनैन खान ने प्रारंभिक जांच के आधार कार्रवाई रिपोर्ट डीजीपी केएस द्विवेद्वी को सौंपी।
आइजी की रिपोर्ट में बवाल के पीछे दो मॉनिटङ्क्षरग अफसरों की लापरवाही का जिक्र है। इनमें पिटाई से गंभीर रूप से जख्मी डीएसपी मसलेहउद्दीन और एक इंस्पेक्टर उदय कुमार के खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए सरकार से अनुशंसा की गई है।
आइजी ने बताया कि अभी प्रारंभिक रिपोर्ट दी गई है। अनुशासनहीनता के आरोप में बर्खास्त नवनियुक्त आरक्षियों में 78 महिलाएं और 89 पुरुष हैं। जबकि 23 निलंबित पुलिसकर्मियों में दारोगा, हवलदार और सिपाही संवर्ग के पुलिसकर्मी शामिल हैं।