बिहार में शराबबंदी में कोताही बरतने पर बड़ी कार्रवाई, चार थानेदार किए गए निलंबित
बिहार में शराबबंदी पर कोताही बरतना खाकी को महंगा पर पड़ा है। सरकार ने लापरवाही के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। बिहार सरकार ने राज्य के चार थानेदारों को शराबबंदी में कोताही बरतने पर निलंबित कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। शराबबंदी कानून की अनदेखी के आरोप में चार थानेदार निलंबित कर दिए गए हैं। सरकार की समीक्षा के बाद पूरे मामले में चारों थानेदार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। पुलिस मुख्यालय की कार्रवाई की जद में आए थानेदारों में पटना जिले के एक, वैशाली जिले के एक और मुजफ्फरपुर जिले के दो थानेदार हैं। पुलिस महानिदेशक के आदेश पर इन के खिलाफ कार्रवाई की गई। कार्रवाई की जद में आए थानेदारों में राजधानी पटना के कंकड़बाग थाने के थानेदार अजय कुमार, वैशाली जिले में गंगाब्रिज के थानेदार पंकज कुमार संतोष, मुजफ्फरपुर जिले में अहियापुर के थानेदार निदेश कुमार व मीनापुर थानेदार अविनाश चंद्र हैं।
कानून व्यवस्था की समीक्षा के बाद कसा शिकंजा
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा की थी। गृह विभाग और पुलिस के आला अधिकारियों को बुलाकर विधि व्यवस्था दुरुस्त करने की सख्त चेतावनी भी दी थी। पुलिस मुख्यालय ने जिन थानेदारों पर शिकंजा कसा है, उन सभी के खिलाफ संबंधित थाना क्षेत्र में शराब बिक्री की पुष्टि, गिरफ्तारी और शराब की बरामदगी के बावजूद कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करने का आरोप है। वरिष्ठ अधिकारियों की जांच में लापरवाही की पुष्टि होने के बाद कार्रवाई की गई है।
गिर सकती है और भी गाज
आने वाले दिनों के एक दर्जन से अधिक और थानेदारों पर गाज गिर सकती है। पुलिस मुख्यालय पुख्ता आधार तैयार कर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। उदाहरण के तौर पर गया जिले के टिकारी थाने की दास्तान है, जहां शराब माफिया पर कार्रवाई करने गए एक अवर निरीक्षक पर जानलेवा हमला हुआ। उस अवर निरीक्षक ने अपने ही थाने में एफआइआर करवाई है। दो महीने से ज्यादा हो गए। न तो शराब माफिया की गिरफ्तारी हो सकी है और न ही कोई कार्रवाई हुई है।