भ्रष्टाचार के खिलाफ बिहार सरकार का बड़ा एक्शन, बेगूसराय में दो रिश्वतखोर सब इंस्पेक्टर बर्खास्त
बिहार के बेगूसराय में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के तहत दो पुलिस सब इंस्पेक्टर बर्खास्त कर दिए गए हैं। उनमें एक को निगरानी ने रिश्वत लेते रंग हाथ पकड़ा था। बिहार सरकार के इस बड़े एक्शन की जानकारी के लिए पढ़ें यह खबर।
बेगूसराय, जागरण संवाददाता। भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ बिहार सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है। राज्य की नीतीश सरकार (Nitish Kumar Government) की सहमति से बेगूसराय-खगड़िया प्रक्षेत्र के डीआइजी राजेश कुमार ने एसपी अवकाश कुमार की अनुशंसा पर बखरी थाना में जन शिकायत कोषांग में कार्यरत पुलिस सब-इंस्पेक्टर कपिल देव कुमार (SI Kapil Deo Kumar) व भगवानपुर थाना में कार्यरत सब-इंस्पेक्टर विनोद कुमार पाल (SI Binod Kumar Pal) को बर्खास्त कर दिया है।
कार्रवाई की डीआइजी ने की पुष्टि
मिली जानकारी के अनुसार कपिल देव कुमार 2017 में खगड़िया जिले के मानसी थाना (manasi Police Station) में एसआइ (SI) के पद पर कार्यरत रहने के दौरान रिश्वत लेते रंग हाथ निगरानी के हत्थे चढ़ गए थे। बेगूसराय के भगवानपुर थाने में सब इंस्पेक्टर बिनोद कुमार पाल के भ्रष्टाचार का एक वीडियो (Video of Corruption) वायरल हुआ था, जिसकी जांच में वे दोषी पाए गए थे। डीआइजी राजेश कुमार ने पुष्टि की है। उधर, कार्रवाई के शिकार दोनों बर्खास्त सब इंस्पेक्टर खुद को निर्दोष बताते हुए कार्रवाई के खिलाफ अपील करने की बात कही है।
डेढ़ दशक के दौरान सैकड़ों कार्रवाइयां
विदित हो कि बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के एक्शन के तहत बीते करीब डेढ़ दशक के दौरान सैकड़ों बड़ी कार्रवाइयां की जा चुकीं हैं। इनमें दर्जनों पुलिसकर्मी बर्खास्त तक किए गए हैं। सरकार ने पुलिस के अलावा अन्य सरकारी कर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई की है। इसका असर सरकारी कामकाज पर पड़ा है। हालांकि, भ्रष्टाचार का नाश अभी शेष है।
लोगों को जागररूक भी करती है सरकार
राज्य सरकार ने भष्ट्राचार के खिलाफ केवल सख्ती ही नहीं की है। बल्कि कर्मचारियों को इसके खिलाफ जागरूक करने के लिए भी कई कदम उठाए हैं। सरकारी कर्मियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ शपथ दिलाना तथा सड़कों के किनारे व कार्यालयों आदि में भ्रष्टाचार विरोधी पोस्टरों व स्लोगनों को लगाना इसी की कड़ी है।