भोजपुरी सिंगर हत्याकांडः सूद का बकाया पैसा नहीं देने पर ली जान, अलग-अलग बयानों से उलझा मामला
पटना में भोजपुरी गायक रंजन कुमार की हत्या के मामले में चार लोगों को नामजद किया गया है। अब अलग-अलग बयानों से पुलिस उलझ गई है।
पटना, जेएनएन। जानीपुर के सिमरा गांव में भोजपुरी गायक रंजन कुमार की हत्या के मामले में चार लोगों को नामजद किया गया है। थानेदार राजीव कुमार सिंह ने बताया कि रंजन के पिता सुनील शर्मा के बयान पर सिमरा गांव निवासी अरुण सिंह, भूषण सिंह, गुलशन कुमार, मोतेपुर नौबतपुर निवासी सोनू कुमार व अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। पिता के अनुसार अरुण सिंह से रंजन कुमार के चचेरे भाई अमरीश कुमार ने एक लाख रुपया कर्ज लिया था। मूल राशि लौटाने के बाद अरुण सिंह 50 हजार रुपया सूद के लिए दबाव बना रहा था। इसी पैसे को लेकर विवाद में चचेरे भाई द्वारा बीच-बचाव करने के कारण रंजन कुमार की हत्या कर दी गई।
बयानों से उलझा मामला
रंजन का जो मोबाइल गायब बताया जा रहा था वह घर पर ही मिला है। थानेदार के अनुसार घरवालों के अलग-अलग बयान के कारण मामला उलझता जा रहा है। हालांकि पुलिस हर पहलू से छानबीन कर रही है। पिता का कहना है कि सोमवार की रात 9 बजे वर्थ-डे पार्टी में जाने के बाद रंजन घर नहीं लौटा। जबकि पत्नी और चश्मदीद का कहना है कि पार्टी से लौटकर रंजन घर आया और फिर दोबारा 12 बजे रात में घर से बाइक से निकला था।
पड़ोसी रिटायर्ड पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज
रिटायर्ड डीएसपी के चंद्रा खुदकुशी मामले में पुलिस ने पड़ोसी रिटायर्ड बैंक अधिकारी संतोष प्रसाद पर प्रताडऩा और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। रिटायर्ड डीएसपी ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि दरवाजे और रास्ते में जलजमाव के कारण वह काफी परेशान हैं और उन्होंने इसके लिए पड़ोसी को दोषी ठहराया था। वहीं पटना के बांस घाट पर ज्येष्ठ पुत्र परिचय श्रेष्ठ ने जब अपने पिता को मुखाग्नि दी तो सभी की आंखें नम हो गईं। थानेदार फुलदेव चौधरी ने बताया कि पड़ोसी संतोष प्रसाद के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस हर बिंदु पर छानबीन कर रही है।