छठ पर्व पर भोजपुरी एक्ट्रेस व सिंगर अक्षरा सिंह ने दिखाया छूआछूत का दर्द, VIDEO देख रो पड़ेंगे आप
Chhath 2021 भोजपुरी एक्ट्रेस व सिंगर अक्षरा सिंह ने छठ महापर्व को लेकर अपना वीडियो बड़ा भाग पवले बाड़े रिलीज किया है। वीडियो में अक्षरा सिंह को छूआछूत का दर्द भोगते दिखाया गया है। इसमें यह संदेश दिया गया है कि छठी मइया के लिए कोई भी अछूत नहीं है।
पटना, आनलाइन डेस्क। भोजपुरी एक्ट्रेस व सिंगर अक्षरा सिंह (Bhojpyri Actress and Singer Akshara Singh) ने छठ से संबंधित अपने वीडियो 'बड़ा भाग पवले बाड़े' (Bada Bhaag Pavale Baade) में समाज में व्याप्त छुआछूत की कुरीति पर प्रहार किया है। इसमें अक्षरा सिंह सूप व दऊरा बेचती दिखाई पड़ती हैं। इसमें समाज में डोमिन, पटेहिया, धंगरिन व मालिन आदि समाज के दबे-कुचले वर्गों का महत्व बताते हुए यह संदेश दिया गया है कि छठी मइया के लिए कोई अछूत नहीं है। अक्षरा सिंह मांग में भखरा सिंदूर लगाए और सूती साड़ी पहने आम बिहारी नारी लग रहीं हैं।
वीडियो गीत के बोल मार्मिक
छठी मइया को समर्पित इस वीडियो गीत के बोल मार्मिक हैं। वीडियो के संबंध में अक्षरा कहतीं हैं कि अभी भी हमारे समाज में छूआछूत कायम है। छठ का महापर्व समाज को जोड़ता है। यह छूआछूत को तोड़ते हुए नए समाज का निर्माण करता है। बकौल अक्षरा, छठ महापर्व में जो सामाजिक सद्भाव व सहयाग दिखता है, उसे अपना कर हम बेहतर समाज बना सकते हैं।
(वीडियो 'बड़ा भाग पवले बाड़े' देखने के लिए यहां करें क्लिक)
छुआछूत का अपमान सहतीं अक्षरा
इस गीत में अक्षरा सिंह एक सूप बनाने वाली के किरदार में दिख रहीं हैं। अक्षरा के गाए इस वीडियो गीत में डोमिन, पटेहिया, धंगरिन व मालिन आदि समाज के दबे-कुचले वर्गों का महत्व बताया गया है। गीत यह संदेश देता है कि छठी मइया के लिए उनका कोई बेटा अछूत नहीं है। गीत के आरंभ में सूप बेचती अक्षरा को एक घर के बाहर छुआछूत का अपमान सहना पड़ता है तो अंतिम दौर में प्रेमचंद की कहानी का 'ठाकुर का कुंआ' भी दिखाई देता है, जहां उन्हें पानी भरने से रोक कर भगा दिया जाता है।
मिल चुके 1.5 मिलियन लाइक्स
छह नवंबर को रिलीज इस वीडियो को अभी तक डेढ़ मिलियन से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं। विदित हो कि अक्षरा सिंह भोजपुरी सिनेमा में अभिनय व गायन के अलावा सामाजिक मुद्दों पर भी नजर रखतीं हैं। छठ पूजा के गीत के माध्यम से उन्होंने ऐसे ही एक संवेदनशील मसले को लोगों के सामने रखा है। इस गाने का लिरिक्स मनोज मतलबी के हैं तो संगीत घुंघरू जी ने दिया है। निर्देशक अंजनी कुमार हैं।