भारतीय किसान मंच का आमरण अनशन शुरू
भारतीय किसान मंच के बैनर तले किसानों ने अपनी मागों के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट के लिए अनशन शुरू किया।
मनेर । भारतीय किसान मंच के बैनर तले किसानों ने अपनी मागों के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए आमरण अनशन शुरू किया। मंच के अध्यक्ष ब्रज मोहन सिंह ने कहा कि सरकार मनेर प्रखंड के किसानों के साथ से दोरंगी नीति अपना रही है। मनेर में बाढ़ अब तक फसल क्षति का मुआवजा नहीं आया, जबकि 2016 में बाढ़ आई थी। प्रखंड में धान के खेत पूरी तरह सूख गए हैं। सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए कई बार किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया, मगर अब तक प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया। वही किसान नेता कामरेड ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि मनेर विकास के पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। रिंग रोड को मनेर लाने के बदले शेरपुर से मोड़ देने की साजिश हो रही है। इसे मनेर शहर होते हुए बिहटा तक ले जाया जाए। साथ ही दीघा से मनेर होते हुए बिहटा रेलवे लाइन को जोड़ा जाए। मनेर के हल्दी छपरा, नयका टोला, दूधैला, हाथी टोला छिहतर, महावीर टोला गाव गंगा नदी के कटाव से हर साल जूझ रहे हैं, मगर सरकार का कटाव निरोधक कार्य सिर्फ लूट का माध्यम बना है। कटाव रोकने के लिए जहा बोल्डर पिचिंग होना चाहिए थी, वहा बालू भरे बोरे रखे गए हैं। जिस कारण से कटाव नहीं रुक नहीं पाया है। सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थी के बैंक खाते में दिए जाने की घोषणा कर दी और कई लाभार्थियों के बैंक खातों में कई महीनों से पेंशन की राशि नहीं जा रही है। पूर्व सैनिक सह किसान नेता श्याम बिहारी सिंह ने कहा कि सोन नदी पर पुल बना कर बबुरा से मनेर को जोड़े जाने सहित किसानों का कर्ज माफ करने, नगर पंचायत के किसानों को खेती संबंधी सरकारी सुविधा दिये जाने के साथ ही प्रखंड कार्यालय में धरना एवं सभा के लिए निर्माण की माग की गई। वहीं काग्रेस नेताओं ने भी किसानों की समस्याओं को लेकर प्रखंड कार्यालय परिसर में अरुण आर्य की अध्यक्षता में धरना दिया।