Corona on Social Media: सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों सावधान, दो हफ्ते में 20 लोग भेजे जा चुके जेल
लॉकडाउन को लेकर पुलिस ने की और कड़ाई। फेसबुक ट्विटर वाट्सएप और टेलीग्राम पर भ्रामक सूचना पोस्ट करने वालों की खैर नहीं।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में लाॅकडाउन के बीच कोरोना वायरस को लेकर भ्रामक सूचनाएं और अफवाह फैलाने वाल लोगों की खैर नहीं। पुलिस ने कोरोना की आड़ में समाज में कटुता फैलाने वाले अफवाहबाजों पर सख्ती बढ़ा दी है। ऐसे एक मामले में शाहाबाद रेंज के डीआइजी व बक्सर एसपी की जांच में दोष प्रमाणित होने पर नावानगर थाने के एएसआइ संतोष कुमार को बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया है।
भोजपुर एसपी ने भी की है कार्रवाई
वहीं, आपत्तिजनक पोस्ट को दूसरे ग्रुप यानि सोनवर्षा थाने के साइबर सेनानी गु्रप में वायरल करने के मामले में कथित जदयू नेता शम्भू पटेल पर भी पुलिस ने कार्रवाई की है। भोजपुर जिले के एसपी सुशील कुमार ने भी ऐसे ही एक मामले में भ्रामक जानकारी पोस्ट करने वाले को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दो हफ्ते के लॉकडाउन में ऐसे मामलों में अभी तक 20 से अधिक लोग जेल भेजे जा चुके हैं।
डीजीपी ने वीडियो जारी कर चेताया
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने जारी वीडियो संदेश में कहा है कि सरकार ने महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया है। ऐसे कठिन समय में कुछ शरारती लोगों द्वारा फर्जी खबर, गलत सूचना और समाज में घृणा फैलाने वाले संवाद पोस्ट, शेयर या अग्रसारित किए जा रहे हैं। ऐसे मामलों में अलग-अलग जिलों में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की है। ग्रुप एडमिन और सदस्यों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
लगे गलत है तो पुलिस को दें सूचना
डीजीपी ने लोगों से ऐसा न करने की अपील की है। कहा कि यदि आप कुछ आपत्तिजनक पाते हों या एडमिन द्वारा आपको सूचित किया गया हो तो उसे तुरंत डिलिट कर दें। किसी भी खबर/फोटो/वीडियो के स्रोत का पता करने के बाद ही उसे पोस्ट करें। अगर किसी तरह की गलत सूचना, फर्जी खबर या घृणा स्पीच आप तक पहुंचती है तो तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन या हमारी वेबसाइट पर संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।