डॉन बनना चाहता था बेगूसराय के गांव का युवक, परिवार वालों ने नहीं दिया साथ तो उठाया खौफनाक कदम
स्वजनों व ग्रामीणों की मानें तो वह जीडी कॉलेज में बीए पार्ट वन का मेधावी छात्र था। अपराध के रास्ते रातों-रात अमीर बनने के लिए उसने कम उम्र में ही प्रतियोगी किताबों की जगह हथियार व कारतूस खरीद लिया था। वह गलत संगत में नशे का शिकार हो गया था।
चेरिया बरियारपुर (बेगूसराय), संवाद सूत्र। बेगूसराय जिले के चेरियाबरियारपुर के बसही पंचायत स्थित औरेया गांव
में खुदकुशी करने वाले युवक के बारे में पुलिस को हैरान करने वाली जानकारी मिली है। गांव में बिंदेश्वरी यादव के पुत्र सुभाष कुमार ने शनिवार की रात खुद को गोली मार खुदकुशी कर ली थी। पुलिस जांच के बाद उसकी मौत की पहेली तो सुलझ गई है, लेकिन उसकी खुदकुशी ने अपराध के रास्ते रातों-रात अमीर बनने वाले दिगभ्रमित युवाओं के लिए एक सबक छोड़ा है।
डॉन बनने में बाधक बन रहे थे स्वजन
पुलिस की जांच से पता चला है कि वह डॉक्टर, इंजीनियर, आइएएस, आइपीएस बनने की जगह डॉन बनना चाहता था। अपराध के रास्ते पर जाने से रोकने व रिश्तेदारों द्वारा दुत्कारे जाने पर अवसादग्रस्त होकर उसने खुद अपने कनपटी में गोली मार जीवनलीला समाप्त कर ली।
कम उम्र में किताबों की जगह खरीदा हथियार व कारतूस
स्वजनों व ग्रामीणों की मानें तो वह जीडी कॉलेज में बीए पार्ट वन का मेधावी छात्र था। अपराध के रास्ते रातों-रात अमीर बनने के लिए उसने कम उम्र में ही प्रतियोगी किताबों की जगह हथियार व कारतूस खरीद लिया था। हथियार लेकर गांव व आस-पास घूमने के दौरान ही वह गलत लोगों की संगत में आकर नशे का भी शिकार हो गया था।
रिश्तेदारों के तानों से हो गया था अवसादग्रस्त
उसकी बुरी आदतों को लेकर अक्सर घर में विवाद होता था। रिश्तेदारों ने भी जब ताना मारना शुरू किया तो व अवसादग्रस्त रहने लगा। शनिवार की शाम भी इसी बात को लेकर घर वालों से कहा-सुनी हुई थी जिसके बाद वह घर से बाहर चला गया और लौटा तो खुद को गोली मार ली।
पुलिस और भी कई पहलुओं पर कर रही जांच
पिता के बयान पर चेरियाबरियारपुर थाना में खुदकुशी से संबंधित अप्राकृतिक मौत की प्राथमिकी दर्ज की गई है। चेरियाबरियारपुर के प्रभारी थानाध्यक्ष रामा स्वामी पांडेय ने बताया इस मामले में कई अन्य पहलुओं की जांच हो रही है जिसका खुलासा अनुसंधान के बाद किया जाएगा।