अनंत कथा: बदले-बदले दिखे 'छोटे सरकार', छिना चश्मा, चेन के साथ चैन भी गायब, जानिए
विधायक अनंत सिंह ने AK-47 बरामदगी मामले में बेऊर जेल भेजे गए हैं। गिरफ्तारी के बाद उनके चेहरे पर पुराना रौब नहीं दिखा। गले में सोने की चेन और आंखों पर काला चश्मा भी नहीं था।
पटना [काजल]। कहते हैं ना- सब दिन रहत ना एक समाना! कोई रसूखदार जब कानून के शिकंजे में फंसता है तो उसके जुर्म की दास्तां उजागर होने के बाद सबकुछ बदलते देर नहीं लगती। कुछ ऐसा ही दिखा जब बाहुबली विधायक अनंत सिंह सोमवार को कानून के मंदिर से बेऊर जेल की तरफ रवाना हुए।
छोटे सरकार की ये थी पहचान, अब खो गई है
अनंत सिंह दिन हो या रात आंखों पर काला चश्मा, माथे पर लाल तिलक, गले में सोने की मोटी चेन और बदन पर अधिकांशत: सफेद कपड़े ही पहनते थे,लेकिन रविवार से उनका अलग रूप देखने को मिला है। ना तो उनकी आंखों पर कोई चश्मा और न ही गर्दन में भारी भरकम सोने की चेन। उन्हें 'छोटे सरकार' की संज्ञा दी जाती है। रौबदार मूंछें उनकी ठसक बताती रहीं हैं। हालांकि, गिरफ्तारी के बाद चेहरा भी उतरा दिखा है।
पुलिस से भागते-भागते थक गए थे अनंत
अनंत सिंह का ये बदला-बदला रूप यह बताने को काफी था कि पुलिस से भागते-भागते बाहुबली टूट चुका था। वो कुछ थके-हारे से दिख रहे थे। चेहरे से रौब भी गायब थी। सोमवार को बाढ़ कोर्ट में पुलिस की गाड़ी से उतरने के बाद सीना तान कर चलने वाले अनंत सिंह ने अपनी नजरें झुकाए दिखे। वे सीधे कोर्ट कैंपस में चले गए।
हर समय रखते हैं छींटदार गमछा
जेल जाने के दौरान अनंत सिंह ने हमेशा की तरह सफेद-कुर्ता पायजामा तो पहन रखा था, लेकिन उनकी आंखों पर चश्मा नहीं था। चेहरे से मुस्कान गायब थी। कुर्ते-पायजामे के साथ ही उनकी देह पर कुछ था-तो वो था उनका छींटदार गमछा, जिससे वे कोर्ट जाने के दौरान बार-बार अपना मुंह पोंछ रहे थे।
पुलिस ने उतरवा दिया था गॉगल्स
कहा जा रहा है कि अनंत सिंह को अपनी कस्टडी में लेने के बाद बिहार पुलिस के अधिकारियों ने सबसे पहले उनकी आंखों से चश्मा उतरवाया था, जिससे उनकी पर्सनैलिटी ही बदली दिखी। आंखों में परेशानी के भाव साफ झलक रहे थे। इस हालत में बेऊर जेल पहुंचे अनंत सिंह की नई पहचान अब कैदी नंबर 13617 है।
आर्म्स एक्ट में चल रहे थे फरार, दिल्ली जाकर किया सरेंडर
बता दें अनंत सिंह पिछले कई दिनों से आर्म्स एक्ट मामले में फरार चल रहे थे। अनंत सिंह के पैतृक गांव लदमा में हुई रेड के दौरान विधायक के आवास से आधुनिक हथियार एके-47 राइफल और भारी संख्या में कारतूस समेत हैंड ग्रेनेड बरामद हुए थे। इसके बाद बीते 16 अगस्त को मामला दर्ज कर पटना पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी, लेकिन पुलिस इसमें नाकाम रही। अनंत सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
अनंत सिंह पर आपराधिक मामले, एक नजर
अनंत सिंह पर अपराध के आरोपों की फेरहिस्त काफी लंबी है। अपराध जगत में अनंत की एंट्री तब हुई जब वे 12 साल की उम्र के थे। उस समय में उन्होंने हत्या की पहली घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद उन्होंने मुड़ कर नहीं देखा। अनंत सिंह पहले जुर्म की दुनिया के बादशाह बने, फिर राजनीति में एंट्री लेकर राजनेता भी बन बैठे।
- 2007 में उन पर एक महिला से बलात्कार और उसकी हत्या का आरोप लगा था।
-2013 में पटना के पाटलिपुत्रा कॉलोनी में जबरन कब्जा का आरोप लगा।
-2015 में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने अनंत सिंह पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया था।
-NTPC में मैन पावर की आपूर्ति के ठेके में घोटाले का आरोप लगा।
-वर्ष 2007 तक अनंत सिंह पर कुल 23 मामले दर्ज थे।
- साल 2015 में अनंत सिंह के खिलाफ 30 मामले दर्ज हुए।
- हत्या के 5 केस, हत्या की कोशिश के 6 केस, डकैती के 2 केस और अपहरण के 2 केस दर्ज हैं।