कस्टमर केयर बन गूगल पर घूम रहे साइबर जालसाज, खाते से उड़ा रहे रुपये-एेसे बच सकते हैं आप
शहर में जिस रफ्तार से लोगों का झुकाव डिजिटल पेमेंट की तरफ बढ़ रहा है उसी अनुपात में साइबर जालसाज भी पांव पसार रहे हैं। डालें कुछ प्रमुख खटनाओं पर नजर।
पटना, जेएनएन। साइबर जालसाज नए-नए तरीकों से लोगों के बैंक खाते से रुपए गायब करने में लगे हैं। जिस रफ्तार से लोगों का झुकाव डिजिटल पेमेंट की तरफ बढ़ रहा है, उसी अनुपात में साइबर जालसाज भी पांव पसार रहे हैं। वे लोग गूगल सर्च इंजन को भी पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया है। नामी कंपनियों के कस्टमर-केयर
नंबर की जगह जालसाज अपना नंबर अपलोड कर रहे हैं। लोग सहायता के लिए उस नंबर पर कॉल करते हैं तो ठग हमदर्द बनकर उनके ई-वॉलेट से बैंक खाता खाली कर देते हैं। खास बात है कि लॉकडाउन के दौरान लोग घर बैठे इंटरनेट के जरिए टांजेक्शन कर रहे थे। लिहाजा इस दौरान साइबर अपराध में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है।
एप डाउनलोड कराकर हैक कर लिया मोबाइल
राजीव नगर थाना क्षेत्र के केसरी नगर निवासी मोहन मिश्रा के बेटे अंबूज मिश्रा ने गुरुवार को पेटीएम से मोबाइल रिचार्ज किया। ई-वॉलेट से रुपये कट गए, लेकिन रिचार्ज नहीं हुआ। उसने गूगल पर पेटीएम कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया। ऊपर दिखे नंबर पर अंबूज ने संपर्क किया। उस नंबर पर बात करने वाले शख्स ने माय डेस्क एप डाउनलोड करने की सलाह दी। एप डाउनलोड करते ही अंबूज के मोबाइल का पूरा कमांड उस ठग की हाथ में आ गया और मोहन के खाते से पेटीएम के जरिए 19 हजार 999 रुपये निकल गए।
सिपाही के खाते से 1.5 लाख रुपए की निकासी
ट्रैफिक जवान शशिकांत दुबे ने दो जून को फोन-पे से रुपये ट्रांसफर करने के लिए गूगल पर कस्टमर-केयर का ढूंढा। मिले नंबर पर शशिकांत ने संपर्क किया तो उनसे बैंक अकाउंट नंबर के आखिरी चार अंक पूछे गए। शशिकांत ने जैसे ही नंबर बताया, खाते से किस्तों में डेढ़ लाख की निकासी हो गई।
प्रतिदिन शिकार हो रहे दर्जनभर लोग
प्रतिदिन लगभग हर थाने में दर्जनभर लोग कस्टमर-केयर पर सहायता मांगने के चक्कर में साइबर अपराध के शिकार हो रहे हैं। शुक्रवार को राजीव नगर थाने में इस तरह के तीन मामले आए। पुलिस ने आवेदन पर प्राथमिकी तो दर्ज कर ली, लेकिन कार्रवाई का सिर्फ आश्वासन मिला। कंकड़बाग, पत्रकारनगर, कोतवाली सहित सभी थानों में खाते से रकम उड़ाने के मामले आ रहे हैं।
साइबर पोर्टल पर प्राप्त शिकायतें
नवंबर- 36
दिसंबर- 22
जनवरी- 30
फरवरी- 45
मार्च- 65
अप्रैल- 103
मई- 90
इसका करें इस्तेमाल
एसपी ईओयू पीके दास ने कहा, आप कहीं भी हो, अगर आपके साथ साइबर क्राइम हुआ है तो इसके लिए भारत सरकार द्वारा साइबर क्राइम का पोर्टल www.cybercrime.gov.in है। जो हर राज्य सरकार से जुड़ा है। बिहार में ईओयू से हर जिला जुड़ा है। पोर्टल पर शिकायत करते ही वह संबंधित जिला को भेजा जाता है। इस पर कार्रवाई होना ही है। संबंधित थाना को अगर तकनीकी विशेषज्ञ की जरूरत पड़ती है तो उन्हें उपलब्ध कराया जाता है।