BBA छात्रा से सामूहिक दुष्कर्मः गिरफ्त में अब सभी आरोपित, स्पीडी ट्रायल से दिलाई जाएगी सजा
बीबीए छात्र से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सभी चारों आरोपित पुलिस की गिरफ्तर में आ गए हैं। इनमें दो की पुलिस ने अरेस्ट किया तो दो ने अलग-अलग दिन कोर्ट में सलेंडर कर दिया।
पटना, जेएनएन। बीबीए की छात्र को बोरिंग रोड के जीबी मॉल से अगवा कर पाटलिपुत्र में सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोपित संदीप सिंह उर्फ संदीप मुखिया ने गुरुवार की दोपहर पटना सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। वह मूल रूप से पालीगंज का रहने वाला है, लेकिन कोतवाली थाना क्षेत्र के पहलवान चौक के पास फ्लैट में रह रहा था। दोपहर करीब तीन बजे वह वकील और एक करीबी के साथ प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी माधवी सिंह की अदालत में उपस्थित हुआ, जहां से उसे 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया।
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि दुष्कर्म के आरोपित विनायक और संदीप को पुलिस रिमांड पर लेने के लिए अर्जी दायर कर दी गई है। पुलिस लड़की को बोरिंग रोड से पाटलिपुत्र लेकर जाने में इस्तेमाल की गई कार और पिस्टल की तलाश कर रही है। मालूम हो कि मामले में युवती ने चार युवकों को नामजद किया था। इसमें विनायक और संदीप ने कोर्ट में सरेंडर किया जबकि कुश और विकास को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
स्पीडी ट्रायल के तहत दिलाई जाएगी सजा
एसएसपी ने बताया कि पीड़िता का कोर्ट में बयान दर्ज करा दिया गया है। मेडिकल जांच भी पूरी हो गई है। रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। तकनीकी जांच से यह घटना सत्य प्रतीत होती है। बताया जाता है कि मामले में एएसपी (विधि-व्यवस्था) स्वर्ण प्रभात सुपरविजन करेंगे। महिला थानाध्यक्ष को आरोपितों के विरुद्ध अविलंब चार्जशीट करने का आदेश दिया गया है, ताकि स्पीडी ट्रायल के तहत उन्हें जल्द सजा दिलाई जा सके।
मेडिकल जांच के बाद कराई गई काउंसिलिंग
महिला थानाध्यक्ष आरती जायसवाल ने बताया कि पीड़िता को दो दिन तक थाने में नहीं रखा गया था। मंगलवार को कोर्ट में बयान कराने के साथ मेडिकल कराने के बाद उसे स्वजनों को सौंप दिया गया था। इसके बाद काउंसिलिंग भी कराई गई थी।
कुश के भाई ने गायब कर दिया सामान
बीबीए की छात्र को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोपित व गिरफ्तार कुश ने घटनास्थल (कुर्जी चश्मा सेंटर गली में एक अधिकारी का मकान) से सामान निकालकर मैनपुरा गेट नंबर 35 के सामने वाली गली स्थित पोखर भवन में रख दिया था। जानकारी मिलने के बाद गुरुवार को एसके पुरी थानाध्यक्ष नीरज कुमार सिंह और पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष केपी सिंह दलबल के साथ सामान लेने पहुंचे, लेकिन बैरंग लौटना पड़ा। पुलिस के आने से पहले ही कुश के भाई लव ने सारा सामान वहां से भी गायब कर दिया था। जांच टीम का कहना है कि अगर महत्वपूर्ण साक्ष्यों को छुपाया गया होगा तो लव और मकान मालिक सुरेंद्र प्रसाद पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।