छात्रावास में कम कपड़ों में बार बाला के फूहड़ डांस का वीडियो वायरल, पटना विवि ने दिया जांच का आदेश
पटना विवि के आंबेडकर छात्रावास में बार बाला के डांस का वीडियो सोमवार को तेजी से वायरल हुआ। इसमें कम कपड़ों में एक बार बाला डांस कर रही है और छात्र उस पर सिगरेट का धुआं उड़ा रहे हैं। वीडियो की जांच का आदेश पटना विश्वविद्यालय ने दिया है।
पटना, जागरण संवाददाता। Video Viral of Bar Girl's Dance in Patna University Hostel: त्योहारों के मौके पर पटना विश्वविद्यालय के कॉलेजों और छात्रावासों में बार बाला और नर्तकियों से डांस कराने का मामला कोई नया नहीं है। इस बार भी ऐसा ही हुआ। पटना विवि के आंबेडकर छात्रावास में बार बाला के डांस का वीडियो सोमवार को तेजी से वायरल हुआ। इसमें कम कपड़ों में एक बार बाला डांस कर रही है और छात्र उस पर सिगरेट का धुआं उड़ाते हुए खूब शोर कर रहे हैं। अचानक वायरल हुए इस वीडियो की जांच का आदेश पटना विश्वविद्यालय ने दिया है।
बाबा साहेब आंबेडकर की तस्वीरों के सामने बेहयाई
वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्रावास के एक कमरे में दो लड़कियां फूहड़ तरीके से डांस कर रही हैं। और कमरे में मौजूद लड़के सिगरेट के कश लगाते हुए दोनों लड़कियों पर नोटों की बारिश कर रहे हैं। जिस कमरे में यह सब हो रहा है, वहां बाबा साहेब आंबेडकर और माता सावित्री बाई फुले की तस्वीरें लगी हैं। लेकिन कमरे में मौजूद छात्रों को इन महापुरुषों की तस्वीरों के सामने ऐसा कुकृत्य करते शर्म नहीं आई। बताया जा रहा है कि यह वीडियो सरस्वती पूजा की रात बनाया गया है।
प्रॉक्टर के मुताबिक पुराना हो सकता है यह वीडियो
प्रॉक्टर प्रो. रजनीश कुमार ने बताया कि वीडियो की जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रथमदृष्टया मामला पुराना व दूसरे छात्रावास का दिख रहा है। वैसे छात्रावास अधीक्षक को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि वास्तव में यह मामला कहां का है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मामला पटना विवि के किसी कॉलेज या हॉस्टल का होने की बात सामने आती है तो जिम्मेदार लोगों पर समुचित कार्रवाई की जाएगी।
दो साल पहले बीएन कॉलेज के छात्रावास में भी हुआ था ऐसा
बता दें कि इससे पहले भी दो वर्ष पहले सरस्वती पूजा के अवसर पर बीएन कॉलेज के छात्रावास में आयोजित कार्यक्रम में छात्रों के बार बाला के साथ डांस को लेकर भी खूब बवाल हुआ था। मामले में जांच का आदेश हुआ था। इसके बाद फिर से यह घटना से पटना विवि की साख पर सवालिया निशान लगा रही है।