सावधान, लॉकडाउन में सक्रिय हुए साइबर अपराधी, गलती से भी ओपन न करें फ्री लिंक
लॉकडाउन में साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं। रिचार्ज फ्री का लिंक भेजकर लोगों के लैपटॉप मोबाइल को हैक करने और उनके खाते से रकम उड़ाने की फिराक में हैं।
पटना। लॉकडाउन में साइबर अपराधी सक्रिय हो गए है, जो एक महीने तक रिचार्ज फ्री का लिंक भेजकर लोगों के लैपटॉप, मोबाइल को हैक करने और उनके खाते से रकम उड़ाने की फिराक में हैं। शुक्रवार को इस तरह का मामला कोतवाली थाने में पहुंचा था। यहां से पीड़ित को साइबर सेल में भेज दिया गया। कोतवाली थाना क्षेत्र के किदवईपुरी निवासी सुनीता कुमारी निजी कंपनी में काम करती हैं।
लॉकडाउन में वह घर से ही ऑफिस का काम निपटा रही हैं। उनके वाट्सएप नंबर पर गुरुवार को एक लिंक आया था। एक नामी कंपनी का फर्जी लोगो और वेबसाइट तैयार कर 498 रुपए का रिचार्ज फ्री बताया गया। ऑफर का लाभ पाने के लिए नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करने को कहां गया था। ऑफर 31 मार्च तक बताया गया। उन्हें लगा कि कंपनी की तरफ से यह ऑफर है लिंक पर क्लिक करने के बाद कॉलम में अपना नाम, ई-मेल आईडी और अन्य जानकारी अपलोड कर दी। इसके बाद से मोबाइल कुछ देर के लिए काम करना बंद कर दिया। जब दूसरे मोबाइल पर उस लिंक को ध्यान से पढ़ा तो कई अशुद्धियां थीं। कंपनी के नाम में एक शब्द गायब था। उन्हें अहसास हुआ कि गलत लिंक पर क्लिक कर दिया है।
बरतें सावधानी
दरअसल इस तरह के जब भी आपके पास मैसेज आएं तो उसे ध्यान से पढ़ें। किसी भी मैसेज के फर्जी होने की पहली पहचान स्पेलिंग और यूआरल से होती है। इस तरह के मैसेज पर बिल्कुल भरोसा मत करें। इससे आपका फोन या लैपटॉप हैक करने और निजी जानकारियां चोरी हो सकती है। इस तरह के मैसेज को भी कहीं और फॉरवर्ड मत करें।