पुलवामा हमले का आफ्टर इफेक्ट, पटना में कश्मीरियों पर हमला, बढ़ाई गई सुरक्षा
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए 44 सीआरपीएफ जवानों का आफ्टर इफेक्ट बिहार की राजधानी पटना में भी दिखा। इसे देखते हुए पुलिस ने ल्हासा मार्केट की बढ़ाई सुरक्षा।
पटना [जेएनएन]। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए 44 सीआरपीएफ जवानों का आफ्टर इफेक्ट बिहार की राजधानी पटना में भी दिखा। पटना में शुक्रवार को उस समय माहौल खराब हो गया, जब कुछ लोग ल्हासा मार्केट में घुस गए और कश्मीरियों पर हमला कर दिया। सहमे दुकानदारों ने डर से मार्केट को बंद कर दिया। जानकारी मिलते ही आनन-फानन में पुलिस पहुंच गई। तब जाकर मामला शांत हुआ।
पुलिस ने पटना के बुद्ध मार्ग स्थित ल्हासा मार्केट में दुकान लगाने वाले कश्मीरियों की सुरक्षा बढ़ा दी है। अनहोनी की आशंका को देखते हुए मार्केट की सुरक्षा के लिए भारी बल की तैनाती कर दी गई है। बताया जाता है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाडऩे की कोशिश की है, लेकिन पुलिस-प्रशासन की सख्ती के कारण वे अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सके। हालांकि डीएसपी (विधि-व्यवस्था) डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि मामूली झड़प की सूचना थी। कोई उपद्रव नहीं हुआ है।
वहीं दुकानदार मो. बशीर ने कहा कि हम सब भारतवासी हैं। बिहार से सैकड़ों लोग हर साल कश्मीर घूमने जाते हैं। कई लोग होटलों में ठहरना पसंद नहीं करते, बल्कि हमारे घर पर रहते हैं। कभी पटना में भेदभाव नहीं देखा। आतंकी घटना को लेकर हम सभी दुखी हैं।
दरअसल, शुक्रवार की दोपहर बाद जम्मू-कश्मीर में आत्मघाती हमले में जवानों के शहीद होने को मुद्दा बनाकर कुछ असामाजिक तत्व शहर में अमन-चैन के माहौल को बिगाडऩे की कोशिश करने लगे। वे ल्हासा मार्केट में घुस गए। कश्मीरी दुकानदारों से झड़प की। उनके कुछ साथियों ने सड़क जाम करने का प्रयास किया, लेकिन कोतवाली थाने की पुलिस ने पहुंचकर खदेड़ दिया। कुछ देर के लिए मार्केट का मेन गेट बंद करना पड़ा, जिसे शाम को खोल दिया गया।
कश्मीरी दुकानदारों ने भी आत्मघाती हमले में शहीद हुए जवानों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की। ज्यादातर दुकानदार कई दशक से बिहार आकर व्यापार कर रहे हैं। ऐहतियातन ल्हासा मार्केट के बाहर पर्याप्त बल की तैनाती कर दी गई है। स्टेट रैपिड एक्शन की टुकड़ी वहीं कैंप कर रही है।