Eclipse: एक महीने में लग रहे हैं तीन ग्रहण, जानिए आप पर इसका क्या पड़ेगा प्रभाव
Astronomical event पांच जून से पांच जुलाई के बीच तीन ग्रहण लग रहे हैं जिसके बारे में ज्योतिषियों का कहना है कि इससे काफी उथल-पुथल मचेगी। जानिए क्या होगा इसका असर...
रोहतास, सुरेन्द्र तिवारी। इस वर्ष पांच जून से पांच जुलाई के बीच तीन ग्रहण लगेगा । इस संयोग को मानव जीवन पर पडऩे वाले प्रभाव को ले ज्योतिषी अलग-अलग अनुमान लगा रहे है। ज्योतिष नजरिये से 21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण काफी उथल-पुथल लाने वाला हो सकता है। उनका कहना है कि किसी महीने में दो से अधिक ग्रहण पड़े तो वह समय मानव जीवन के लिए कष्टकारी साबित होता है। इस वर्ष पांच जून से पांच जुलाई के बीच यानि एक माह में तीन ग्रहण लगने जा रहे हैं, जिनमें दो ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा।
जाने-माने ज्योतिषाचार्य पंडित सत्यदेव मिश्र बताते है कि 21 जून को मिथुन राशि और मृगशिरा नक्षत्र में लगने वाला सूर्य ग्रहण ज्यादा संवेदनशील होगा। कंकणाकृति सूर्य ग्रहण 21 जून को होगा। 21 जून को आषाढ़ मास की अमावस्या, मृगशिरा नक्षत्र, मिथुन राशि में लगने वाला सूर्य ग्रहण 12 मिनट तक भारत, बंगलादेश, भूटान, श्रीलंका के कुछ शहरों में दिखाई देगा।
शास्त्रों के अनुसार एक माह के मध्य दो या दो से अधिक ग्रहण पड़ जाए तो आर्थिक समस्या जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। संहिता ग्रंथों में उल्लेख है कि यदि यह स्थिति आषाढ़ माह में बने तो और स्थिति खराब होती है।
पांच जून व पांच जुलाई को चंद्र ग्रहण
उन्होंने बताया कि पांच जून को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगा था। पांच जुलाई को फिर से चंद्र ग्रहण लगेगा। इनमें से दो ग्रहण भारत में पांच जून को लगा चंद्र ग्रहण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और भारत के कुछ ही भागों में दिखाई दिया।
वहीं 21 जून को लगने वाला ग्रहण भारत के साथ ही एशिया के कई इलाकों, यूरोप और अफ्रीका में दिखाई देगा। फिर पांच जुलाई को लगने वाला ग्रहण अफ्रीका और अमेरिका में नजर आएगा। ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। कहा कि तीन ग्रहण लगने से वक्री ग्रहों का प्रभाव बढ़ता है। वर्षा, समुद्री चक्रवात, तूफान, महामारी आदि से जन धन की हानि होने का खतरा रहता है।