अशोक गहलोत ने कहा-लालू प्रसाद का साथ कभी नहीं भूल सकते, राजद-कांग्रेस साथ-साथ
राजस्थान के कांग्रेस दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी पार्टी और राजद हमेशा साथ में है।
पटना [जेएनएन]। गुरुवार को जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आगमन से राजधानी पटना में राजनैतिक सरगर्मियां तेज रही वहीं राजस्थान के कांग्रेस दिग्गज अशोक गहलोत के भी पटना आगमन और उनके बयान ने आग में घी का काम किया। अशोक गहलोत ने कहा था कि कांग्रेस को राजद का साथ इसलिए जरूरी है कि पार्टी के नेता बूढे़ हो चले है। और अब वह समय नहीं रहा जब कांग्रेस अपने बलबूते बिहार में अपना कोई स्थान बना सकती है। इसी बयान के बाद से राजनीतिक उठा पटक शुरू हो गई।
हालांकि राजधानी पटना में काग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत को राजद पर दिए खुद के बयान पर सफाई भी देनी पड़ी। उन्होंने कहा, मेरी कहने की भावना अलग थी। राजद और काग्रेस हमेशा साथ खड़ी रहेगी। लालू जी के साथ को काग्रेस कभी भूल नहीं सकती है। मैंने जो कहा था उसका मतलब मजबूरी के साथ नहीं था। मेरी भावना काग्रेस को मजबूत करने की थी। काग्रेस राज्य में मजबूत होना चाहती है। इससे लालू जी को भी इन्कार नहीं होगा।
गौर हो कि काग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पटना में कहा था कि आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ गठबंधन काग्रेस की मजबूरी है। अशोक गहलोत ने काग्रेस कार्यकर्ताओं से रूबरू होते हुए कहा कि समय की माग के कारण काग्रेस को गठबंधन करना पड़ रहा है। नहीं तो किसी जमाने में काग्रेस अकेले ताकतवर पार्टी थी। आज वह स्थिति नहीं है कि काग्रेस अकेले दम पर सरकार बना ले। हालाकि, उन्होंने बाद में यह भी कहा कि राजद से हमारा गठबंधन है और हमेशा ही रहेगा।
अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि जदयू को एक दिन पछताना होगा। उन्होंने कहा कि सबको पता है कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ सहज नहीं हैं। गठबंधन तोड़कर नीतीश कुमार ने बड़ी गलती की है। आज वह साप्रदायिक ताकतों के साथ खड़े हैं। गहलोत ने कार्यकर्ताओं से कहा कि काग्रेस को अकेले सरकार में लाने की कोशिश होनी चाहिए। काग्रेस में कई नेताओं की उम्र ज्यादा हो गई है ऐसे में समय रहते काग्रेस को सत्ता में लाने का संकल्प लें।
इससे पहले वह पटना स्थित लालू के आवास पर उनसे मुलाकात करने भी गए। बंद कमरे में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई। गहलोत ने अमित शाह के पटना आगमन को लेकर भी तंज कसा और कहा कि अमित शाह के स्वागत में खर्च होने वाले पैसे को लेकर ईमानदारी का चोला पहनने वाली भाजपा के नेताओं का इसका जवाब देना चाहिए।