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Arwal News: मौसम में ठंड से ऊनी कपड़ों का बाजार गर्म, बच्‍चों और बुजुर्गों की देखभाल जरूरी

मौसम के बदलाव का असर बुजुर्गों और बच्‍चों पर खास तौर से पड़ता है क्‍योंकि इनकी इम्‍युनिटी कमजोर होती है। उनका शरीर बदलाव को तुरंत स्‍वीकार नहीं कर पाता इसलिए सर्दी खांसी बुखार जैसी समस्‍याएं होने लगती हैं। ऐसे में उनकी खान-पान का विशेष ख्‍याल रखना चाहिए।

By Prashant KumarEdited By: Published: Thu, 18 Nov 2021 05:40 PM (IST)Updated: Thu, 18 Nov 2021 05:40 PM (IST)
Arwal News: मौसम में ठंड से ऊनी कपड़ों का बाजार गर्म, बच्‍चों और बुजुर्गों की देखभाल जरूरी
मौसम में ठंड आते ही ऊनी कपड़ों का बाजार गर्म। सांकेतिक तस्‍वीर।

जागरण टीम, अरवल। मौसम बदल रहा है। ठंड महसूस होने लगी है। सूर्यास्‍त बाद हल्‍की ठंड लग रही है, जिसके कारण गर्म कपड़ों की दरकार का अहसास होता है। ऐसे में ऊनी कपड़ों का बाजार गर्म हो रहा है। ठंड बढ़ने से ग्रामीण इलाके के बाजारों के साथ ही जिला मुख्यालय में अवस्थित कपड़े की दुकान पर ग्राहक खरीदारी प्रारंभ कर दिए है। हालांकि अभी सुबह एवं शाम ही ठंड का एहसास हो रहा है। दोपहर में गर्मी लग रही है। मौसम में परिवर्तन के कारण बच्चे पर इसका प्रभाव अधिक दिख रहा है।

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सरकारी एवं प्राइवेट अस्पताल में इलाज को लेकर मरीजों की भीड़ जुट रही है। दिन में अभी भी गरमी का एहसास हो रहा है। रात ढलने के साथ ही ठंड बढ़ती जाती है और सुबह में धूप निकलने तक हल्की ठंड का असर रहता है। ठंड के दस्तक देते ही बाजार में गर्म कपड़े की दुकान भी सजने लगी है। कपड़ा दुकानों का लुक ठंड ने बदल दिया है। ठंड को लेकर व्यवसायियों ने तैयारी कर ली है। ग्राहक भी दुकानों पर पहुंचने लगे हैं। जिले के मेहंदिया, बेलसार, उसरी, परासी, करपी, कुर्था, किंजर, वंशी सूर्यपुर प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण बाजारों के रेडीमेड स्टोर व शो रुम इन कपड़ों से सज चुके हैं। इसकी बिक्री भी शुरु हो गयी है। इसके अलावा शाल, कंबल, रजाई आदि की बिक्री भी आरंभ है। ठंड के शुरू होते ही स्कूली बच्चों की मुश्किल बढ़ गयी हैं।

सबेरे में स्कूल के लिए निकलना उनके लिए काफी कष्टकारी हो रहा है। सुबह में हल्की ठंड रहती है। धूप निकलने के बाद गरमी लगने लगती है। मौसम के बदलाव का असर बुजुर्गों और बच्‍चों पर खास तौर से पड़ता है, क्‍योंकि इनकी इम्‍युनिटी कमजोर होती है। उनका शरीर बदलाव को तुरंत स्‍वीकार नहीं कर पाता, इसलिए सर्दी, खांसी, बुखार जैसी समस्‍याएं होने लगती हैं। ऐसे में उनकी खान-पान का विशेष ख्‍याल रखना चाहिए।


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