सांसद से नाराज अनुसेवक उम्मीदवारों ने किया आत्मदाह का प्रयास, 33 गिरफ्तार
निगरानी जांच की अनुशंसा से भड़के अनुसेवक उम्मीदवारों ने मंगलवार को शहर में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। शरीर पर किरासन तेल छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की।
औरंगाबाद [जेएनएन]। सांसद सुशील कुमार सिंह के निगरानी जांच की अनुशंसा से भड़के अनुसेवक उम्मीदवारों ने मंगलवार को शहर में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। सांसद के विरोध में नारेबाजी करते हुए शीघ्र बहाली किए जाने की मांग की।
नंग धड़ंग प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को सांसद के आवास पहुंचने से पहले पुलिस ने रोक दिया। यहां पुलिस व आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शन के दौरान सड़क पर अभ्यर्थियों ने आत्मदाह का प्रयास किया। आत्मदाह का प्रयास करते 33 को पुलिस ने जबरदस्ती गिरफ्तार कर लिया।
बताया जाता है कि सात-आठ प्रदर्शनकारियों ने अपने शरीर पर तेल छिड़क आग लगा रहे थे तभी नगर थानाध्यक्ष राजेश वर्णवाल, दारोगा प्रमोद कुमार एवं अन्य ने पुलिसकर्मियों के सहयोग से अपने कब्जे में लिया। समझाने का प्रयास किया। नहीं माने तो उन्हें गिरफ्तार कर थाना ले गए।
प्रदर्शन में शामिल अभिषेक कुमार, राजीव रंजन, मुकेश कुमार गिरी, सत्यनारायण यादव ने कहा कि सांसद ने अनुसेवक उम्मीदवारों की बहाली में पैसे की वसूली होने का आरोप लगाकर गरीबों की रोजी-रोटी छीनने का काम किया है। हमसे किसी ने पैसे की मांग नहीं की है।
सांसद ने आरोप लगाया है तो वे साबित करें। आरोप में सच्चाई नहीं है, यह सब सिर्फ बहाली प्रक्रिया बाधित करने के नियत से किया गया है। सभी ने कहा कि अगर सांसद के पास सबूत है तो वे सार्वजनिक करें। सांसद के निगरानी जांच की अनुशंसा के बाद डीएम ने बहाली प्रक्रिया रोक दी है। आग्रह के बावजूद बहाली नहीं कर रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि हम सबकी बहाली उच्च न्यायालय के आदेश पर हो रही है।
आक्रोश भरे लहजे में कहा कि अगर हमें नौकरी दे नहीं सकते तो छिने भी नहीं। नौकरी नहीं मिली तो हम सब जान दे देंगे। इससे पहले अभ्यर्थियों ने गांधी मैदान से प्रदर्शन निकाला। गांधी मैदान से निकला प्रदर्शन मुख्य बाजार रमेश चौक होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा। यहां तैनात भारी संख्या में पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को आगे जाने से रोक दिया।
बता दें कि अनुसेवक की हो रही बहाली में धांधली को लेकर सांसद ने निगरानी विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखा है। सांसद ने बहाली के नाम स्थापना के प्रधान सहायक कृष्ण कुमार सिन्हा पर डेढ़-डेढ़ लाख रुपये लेने का आरोप लगाया है। सांसद के इसी आरोप को लेकर अनुसेवक अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों के आंदोलन का आज तीसरा दिन था।