फजीहत से नाराज मेयर ने लिखा पत्र, कराई जाए सफाई के दौरान बनाए वीडियो की जांच Patna News
आरोपों से घिरने के बाद पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू ने जलजमाव की वजह होने पर जांच के आदेश दे दिए हैं।
पटना, जेएनएन। राजधानी में पिछले महीने हुई भारी बारिश के बाद हुए जलजमाव को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। विभाग एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा ठीकरा फोड़ने में लगे हैं। राजधानी के बाशिंदों का आरोप था कि इस बार पटना नगर निगम ने नालों की सफाई ठीक तरह से नहीं कराई, इसी वजह से पटना डूबा। इन आरोपों से नाराज मेयर सीता साहू ने शनिवार को नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख नालों की सफाई की जांच कराने की मांग कर दी है।
उनके इस पत्र से विभाग में हलचल मच गई है। प्रधान सचिव को भेजे गए अपने पत्र में मेयर ने कहा है कि राजधानी के नालों की सफाई नगर निगम के पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण व देखरेख में होती है, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिग भी कराई जाती है। ऐसे में नालों की सफाई की जांच करा ली जाए। इसमें दोषी पाए जाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने राजधानी की दुर्दशा के लिए नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत बुडको (बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम) की ओर से चयनित एजेंसियों द्वारा की गई सड़क खोदाई को जिम्मेदार माना है। उनका कहना था कि खोदाई के दौरान निगम के पुराने नालों को जगह-जगह क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। साथ ही खोदाई के बाद काम भी पूरा नहीं किया गया, वही लापरवाही शहर में जलजमाव का प्रमुख कारण बनी है।
मेयर ने कहा, नालों की सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम की है, जबकि जल निकासी की सारी जवाबदेही बुडको की है। फिर भी बरसात के पूर्व बुडको की ओर से न तो संप हाउस की मरम्मत कराई गई, न ही बारिश के बाद जलजमाव होने पर उन्हें चालू कराया गया। यही मुख्य वजह रही राजधानी के हर मोहल्लों में पानी भर गया और उसकी शीघ्र निकासी नहीं हो सकी।