दिल्ली से पटना लाए गए अनंत सिंह, कोर्ट में पेशी के बाद भेजा गया बेउर जेल
दिल्ली के साकेत कोर्ट में मोकामा विधायक अनंत सिंह के आत्मसमर्पण के बाद उन्हें रविवार की सुबह पटना लाया गया। पटना एयरपोर्ट से कैदी वाहन से बाढ़ ले जाया गया।
बाढ़/मोकामा/पटना : दिल्ली के साकेत कोर्ट में मोकामा विधायक अनंत सिंह के आत्मसमर्पण के बाद पटना पुलिस की टीम रविवार की सुबह गो-एयर के विमान से मोकामा के विधायक को पटना ले आई। फ्लाइट से उतरने के बाद कड़ी सुरक्षा में विधायक को कैदी वाहन से पुलिस एयरपोर्ट के स्टेट हैंगर-2 से लेकर निकली और बाढ़ अनुमंडल कोर्ट चली गई। इससे पूर्व हवाईअड्डे की सुबह चार बजे से ही पुलिस ने घेराबंदी कर दी थी, ताकि विधायक के समर्थक हंगामा नहीं कर सकें। वहीं सूत्रों के अनुसार इससे पूर्व शनिवार को रातभर इंदिरा गांधी एयरपोर्ट टर्मिनल 2 पर पटना पुलिस की पहरेदारी में उन्हें रखा गया था।
बाढ़ में कोर्ट परिसर को पहले से ही पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। सैकड़ों पुलिसकर्मियों की पहरेदारी में अनंत सिंह को प्रभारी अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पंकज कुमार तिवारी की अदालत में पेश किया गया। वहां से कोर्ट ने छह दिनों की न्यायिक हिरासत में आदर्श केंद्रीय कारा बेउर भेज दिया। दोपहर करीब 12 बजे पुलिस विधायक को लेकर बेउर जेल पहुंची। ग्रामीण एसपी कांतेश मिश्र ने कहा कि न्यायालय के आदेश का पालन किया जा रहा है। पुलिस अपना काम कर रही है।
: एयरपोर्ट पर यात्रियों से उलझ गए पुलिसकर्मी :
पुलिसकर्मियों ने एयरपोर्ट के बाहरी परिसर को चारों तरफ से घेर रखा था। यात्रियों और मीडियाकर्मियों को भी पोर्टिको में आने नहीं दिया जा रहा था। इस वजह से कई यात्री आक्रोशित हो गए। भारी सामान के साथ रहे एक यात्री ने कार को पोर्टिको में लेकर जाने की जिद कर दी। तब पुलिसकर्मी उससे उलझ गए। पुलिसकर्मियों की हरकत पर दूसरे यात्री भी आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे। इसके बाद यात्रियों को पोर्टिको में प्रवेश करने दिया गया।
: निकास द्वार से निकले दानापुर एएसपी :
पटना पुलिस ने अनंत सिंह के समर्थकों को चकमा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एयरपोर्ट के निकास द्वार पर पुलिस वैन खड़ी कर दी गई थी। इसके बाद दानापुर एएसपी अशोक मिश्र कुछ पुलिसकर्मियों के साथ बाहर निकले। समर्थकों को लगा कि विधायक भी इसी गेट से बाहर निकलने वाले हैं। वे दूर से ही उस गेट पर टकटकी लगाए देख रहे थे। एकाएक जानकारी मिली कि बाढ़ एएसपी लिपि सिंह पुलिस बल के साथ विधायक को लेकर स्टेट हैंगर-2 से निकल गई। वही, विधायक के परिजनों का कहना है कि अल सुबह से ही एक मॉल रोड स्थित सरकारी आवास को पुलिसकर्मियों ने घेर लिया था। सुबह आठ बजे तक किसी को घर से ना तो निकलने दिया गया और ना ही किसी को आवास में प्रवेश करने की अनुमति मिली। पुलिस की तीन गाड़ियां सरकारी आवास के मेन गेट पर खड़ी थीं।
: एसीजेएम ने पूछा - आपको कोई शिकायत तो नहीं! :
बाढ़ कोर्ट में पेशी के बाद प्रभारी अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (एसीजेएम) पंकज कुमार तिवारी ने विधायक अनंत सिंह से पूछा- आप ठीक हैं? आपको कोई शिकायत है? इस पर विधायक ने जवाब दिया - चार दिन पहले हल्का बुखार था, लेकिन अब ठीक है। जी, कोई शिकायत नहीं है। इस बीच विधायक के अधिवक्ता ने न्यायालय में आवेदन देकर अनुरोध किया कि अभी अनंत सिंह को पुलिस रिमांड पर नहीं दिया जाए।
सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने अनंत सिंह को चार दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की अर्जी दी थी। लेकिन, न्यायालय ने बाद में रिमांड के लिए आवेदन देने को कहा। न्यायालय में लगभग 15 मिनट तक कागजी कार्यवाही चली। इसके बाद विधायक को बेउर जेल भेज दिया गया। अब 30 अगस्त को विधायक न्यायालय में हाजिर होंगे। बाढ़ थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि विधायक को पुश्तैनी घर में एके-47, ग्रेनेड और कारतूस रखने के आरोप में दर्ज कांड संख्या 389/19 के तहत जेल भेजा गया है।
: सील कर दिए गए थे बाढ़ कोर्ट के सभी रास्ते :
रविवार की सुबह से ही बाढ़ कोर्ट से गुजरने वाले सभी रास्तों को सील कर भारी संख्या में बल की तैनाती कर दी गई थी। कोर्ट परिसर से सीढ़ी घाट जाने वाली सड़क को भी सील किया गया था। वाहनों का परिचालन रोक दिया गया। वहां से गुजरने वाले लोगों की तलाशी ली जा रही थी। न्यायालय से पूरब स्थित गेट के पास एनएच पर पुलिस की कड़ी निगरानी थी। पूरा कोर्ट परिसर छावनी में बदल दिया गया था। विधायक की एक झलक पाने के लिए बेताब समर्थक पुलिस की घेराबंदी के बाहर डटे रहे।