बिहार में एलियन जैसे अद्भुत बच्चे का हुआ जन्म, देखने वालों लगा रहा तांता
पटना में शनिवार को एक अद्भुत बच्चे ने जन्म लिया जो बिल्कुल एलियन जैसा दिखता था, उसे देखने के लिए काफी भीड़ लगी रही। जन्म के तीन दिनों के बाद ही बच्चे की मौत हो गयी।
पटना [जेएनएन]। राजधानी में शनिवार को एक अजीब बच्चे ने जन्म लिया जो दिखने में बिल्कुल एलियन जैसा था, जिस हॉस्पिटल में इस बच्चे का जन्म हुआ उस हॉस्पिटल के डॉक्टर और अस्पताल के सभी लोग एेसे बच्चे को देखकर हैरान रह गए। इस बच्चे के हॉस्पिटल में जन्म लेते ही डॉक्टरों के बीच हड़कंप मच गया। बच्चे की शक्ल आम बच्चों की तरह नहीं थी, जन्म के बाद मां भी अपने बच्चे को गोद में लेने से डर रही थी।
घटना पटना के पालीगंज हॉस्पिटल की है जहां एक महिला ने एक एलियन जैसे बच्चे को जन्म दिया। महिला पालीगंज के आजिम नगर कॉलनी की रहने वाली है। शनिवार की सुबह आठ बजे बच्चे ने जन्म लिया और ठीक तीन दिनों बाद उसकी मौत हो गई।
डॉक्टरों ने पहले ही कहा था कि एेसे बच्चे ज्यादा दिन जीवित नहीं रहते, जन्म के बाद माता-पिता उसे लेकर घर आ गए थे। एलियन जैसे विचित्र बच्चे के जन्म की खबर मिलने के बाद पूरे शहर और दूर गांव के लोग भी उसे देखने आ रहे थे। सोमवार को बच्चे की मौत हो गई, लेकिन देखने वाले उसकी एक झलक को आतुर थे।
बच्चे के जन्म के बाद नगर सहित ग्रामीण इलाके में यह बात फैलते देर नहीं लगी कि एलियन जैसे बच्चे ने जन्म लिया है। जानकारी होते ही अस्पताल में देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। किसी तरह उसके परिजन लोगों की नजर से बचते बचाते उसे अस्पताल से घर ले गए। कोई इसे कुदरत का करिश्मा मान रहा था तो कोई प्रणाम कर रहा था।
तीन दिन से बच्चे को देखने वालों की भीड़ लगी रही
जन्म के बाद हॉस्पिटल से घर आने के बाद भी तीन दिनों तक बच्चे को देखने वालों की पूरे दिन भीड़ जमा रही। उधर डॉक्टर भी इसे प्रकृति का करिश्मा ही मान रहे हैं, लेकिन उनका कहना था कि एेसे बच्चे ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रहते।
बच्चे की आंख, नाक, कान और हाथ पूरी तरह से डेवलप नहीं हुए थे। बच्चे के जन्म के बाद उसका अजीबोगरीब शरीर देख उसकी मां बिलकुल डर गई। हालांकि इसके बाद उसने कुछ देर के लिए उसे अपनी गोद में रखा। थोड़ी देर बाद नवजात को कमरे में एक बिस्तर पर लिटा दिया गया।
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डॉक्टरों ने कहा -
महिला की डिलिवरी कराने वाली डॉक्टर का कहना है कि पहले भी इस तरह के मामले आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि हो सकता है कि मां-बाप के जीन में हुए म्यूटेशन के कारण बच्चे का ऐसा रूप हुआ। बच्चे के शरीर के उपर किराटिम लेयर होता है, जिससे बच्चे की त्वचा आक्सीजन नहीं ले पाती है।
वहीं एक डॉक्टर ने इसे हर्लेक्विन इचथिस्योसिस बीमारी बताया। उन्होंने कहा कि 10 लाख बच्चों में से कोई एक बच्चा ऐसा होता है।
डॉक्टरों ने जब इस इंसान के शरीर को देखा तो फटी रह गई आंखें
शरीर के कई हिस्से थे अविकसित
बच्चे का रंग जहां हरा था, वहीं उसके शरीर पर कछुए की तरह धारीदार आकृति बनी हुई थी। उसका सिर भी पूर्ण रूप से विकसित नहीं था। बच्चे के शरीर के जहां कई हिस्से विकसित नहीं थे। बच्चे का मुंह काफी बड़ा था, लेकिन कानों का विकास नहीं हुआ था। आंखें भी पूरी तरह से नहीं बन पाई थी, जिसकी वजह से वो पूरी लाल दिखाई दे रहीं थी।