बिहार में चुनाव प्रचार से लौट कर बोलीं अमीषा पटेल- बहुत बुरा रहा अनुभव, दुष्कर्म तक हो सकता था
Bihar Assembly Election 2020 बिहार के औरंगाबाद में चुनाव प्रचार कर मुंबई लौटीं बॉलीवुड अभिनेत्री अमीषा पटेल ने कहा है कि बिहार में उनके साथ दुष्कर्म तक हो सकता था। उन्होंने एलजेपी प्रत्याशी पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। पूरा मामला जानिए इस खबर में।
पटना, जेएनएन। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के दौरान बॉलीवुड सितारों को प्रचार के लिए बुलाना नई बात नहीं है। उनके साथ विवाद भी खड़ा होता रहा है। ऐसा ही एक मामला औरंगाबाद की ओबरा सीट के लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के प्रत्याशी डॉ. प्रकाश चंद्रा (Dr. Prakash Chandra) के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचीं बॉलीवुड अभिनेत्री अमीषा पटेल (Amisha Patel) के साथ जुड़ा है। अमीषा ने प्रत्याशी डॉ. चंद्रा पर जबरन चुनाव प्रचार कराने तथा भीड़ में भेजने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस दौरान उनके साथ दुष्कर्म तक हो सकता था। उन्होंने बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान बहुत ही गंदे अनुभव (Dirty Experience) से गुजरने का आरोप लगाया। हालांकि, डॉ. प्रकाश चंद्रा ने आरोपों को निराधार करार दिया है।
धमकी देकर जबरन चुनाव प्रचार कराने का आरोप
अमीषा पटेल का कहना है कि बिहार पहुंचने के बाद डॉ. प्रकाश चंद्रा ने उन्हें जबरन चुनाव प्रचार कराने के लिए ब्लैकमेल किया। बताया कि चुनाव प्रचार पटना के नजदीक करना है, लेकिन उन्हें पटना से काफी दूर ओबरा ले जाया गया। अमीषा ने बताया कि उन्हे शाम की फ्लाइट से मुंबई वापस जाना था, लेकिन एलजेपी प्रत्याशी ने गांव में ही अकेला छोड़ कर चले जाने की धमकी देकर जबरन चुनाव प्रचार कराया।
अमीषा पटेल ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान हजारों लोगों की भीड़ पागलों की तरह गाड़ी पर टूट रही थी। डॉ. चंद्रा ने इसी दौरान उनपर जबरन भीड़ में जाने का दबाव बनाया। वहां भीड़ कपड़े उछालने के लिए तैयार दिख रही थी। उस माहौल में उनके साथ दुष्कर्म तक हो सकता था।
डॉ. चंद्रा को बताया झूठा, ब्लैकमेलर व गंदा इंसान
अमीषा पटेल ने डॉ. चंद्रा को झूठा, ब्लैकमेलर व गंदा इंसान करार दिया। कहा कि जो व्यक्ति चुनाव जीतने से पहले उनके जैसी महिला के साथ ऐसा गलत व्यवहार कर सकता है, वह चुनाव जीतने के बाद जनता के साथ कैसा व्यवहार करेगा?
कहा- बेहद बुरा रहा बिहार का पूरा अनुभव
अमीषा पटेल ने कहा कि चुनाव प्रचार के बाद वे करीब आठ बजे वापस अपने होटल लौट सकीं। होटल में वे न तो कुछ खा सकीं, न ही उन्हें नींद आई। बिहार का उनका पूरा अनुभव बेहद बुरा रहा।