Amazing: बिहार में स्वर्ग से भी इलाज कर रहे धरती के भगवान, जानकर आप रह जाएंगे हैरान
Amazing बिहार के बक्सर जिले में एक डॉक्टर अपनी मौत के बाद भी स्वर्ग से मरीजों का इलाज कर रहा है। नर्सिंग होम चला रहा है और अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट भी दे रहा है। जानिए कैसे...
बक्सर, जेएनएन। धरती के भगवान परलोक से भी इलाज कर सकते हैं। यह सुनने अटपटा लग रहा है, लेकिन यह सौ फीसदी सच है। जिले के एक डॉक्टर साहब पिछले महीने स्वर्ग सिधार गए। हैरत की बात यह है कि वह स्वर्ग से भी मरीजों को देख रहे हैं, उनका अल्ट्रासाउंड भी कर रहे हैं और नर्सिंग होम के माध्यम से जरुरत पडऩे पर रक्त अधिकोष से रक्त भी मांग रहे हैं। बावजूद स्वास्थ्य विभाग या जिला प्रशासन इससे अनजान है। इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने खुद हैरानी जताते हुए कहा कि अगर ऐसी बात है तो इस पर कार्रवाई होगी।
असल में, उक्त चिकित्सक के नाम से शहर में संचालित सभी स्वास्थ्य प्रतिष्ठान उनकी मौत के बाद भी धड़ल्ले से चल रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के प्रसिद्ध एमबीबीएस डॉ. आर बी सिंह का देहांत मई माह में हो गया, लेकिन उनकी मौत के बाद भी उनके नाम से शहर में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्र और नर्सिंग होम आदि का संचालन आसानी से किया जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो न केवल इन अस्पताल और जांच केंद्रों का संचालन किया जा रहा है, बल्कि अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर उनका हस्ताक्षर भी कर दिया जा रहा है। यही नहीं, रक्त अधिकोष से रक्त की मांग करने के दौरान भी उनका हस्ताक्षर मौजूद रह रहा है।
अब ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि तो क्या डॉक्टर साहब स्वर्ग से अल्ट्रासाउंड कर रहे हैं और रिपोर्ट पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। यह तो उन लोगों के हिम्मत की दाद देनी होगी, जो चिकित्सक की मौत के बाद भी उनके नाम को बेच रहे हैं और उनका हस्ताक्षर तक बना दे रहे हैं।
बड़ा सवाल - रेडक्रॉस कैसे दे रहा है रक्त
सबसे बड़ी बात कि उक्त चिकित्सक के नाम पर रक्त अधिकोष से रेडक्रॉस के द्वारा रक्त कैसे दिया जा रहा है। बहरहाल, सिविल सर्जन ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। लेकिन, सवाल उठ रहा है कि क्या लोगों को ऐसे ही ठगा जाएगा। जिस चिकित्सक का धरती पर अस्तित्व ही नहीं रहा उनके नाम पर अल्ट्रासाउंड और नर्सिंग होम का संचालन कैसे किया जा सकता है।
दैनिक जागरण के पास अल्ट्रासाउंड के ऐसे रिपोर्ट हैं जो डॉ.आरबी सिंह के निधन के बाद जारी हुए हैं और उनमें डॉक्टर साहब के हस्ताक्षर हैं।
कहा, सिविल सर्जन ने
अगर ऐसी बात है तो इस पर कार्रवाई होगी। हालांकि, इस तरह की सूचना मुझे प्राप्त नहीं है। मैं इसकी जांच करवाता हूं।
- डॉ. जितेन्द्र नाथ, सिविल सर्जन, बक्सर।