राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की रैंकिंग में अलीनगर टाॅप पर, पतरघट के सीओ को आखिरी स्थान
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से जारी अक्टूबर की रैंकिंग में दरभंगा जिला के अलीनगर के सीओ (अंचलाधिकारी) को अव्वल दर्जा हासिल हुआ है। खराब काम करने वालों की श्रेणी में पहला स्थान सहरसा जिले के पतरघट के सीओ को मिला है।
पटना, जेएनएन। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से जारी अक्टूबर की रैंकिंग में दरभंगा जिला के अलीनगर के सीओ (अंचलाधिकारी) को अव्वल दर्जा हासिल हुआ है। खराब काम करने वालों की श्रेणी में पहला स्थान सहरसा जिले के पतरघट के सीओ को मिला है। विभाग की यह रैंकिंग लिस्ट रविवार की सुबह जारी हुई है। बेहतर काम करने वाले सीओ की वरीयता सूची इस तरह हैः-अलीनगर (दरभंगा), पंडौल( मधुबनी), रामनगर (पश्चिम चंपारण), मनिहारी (कटिहार ) और इस्माइलपुर (भागलपुर)। इन सबकी मासिक उपलब्धियां 99 प्रतिशत से अधिक रही। इन अधिकारियों को विभाग की ओर से प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। सर्विस बुक में भी इसे दर्ज किया जाएगा।
हर महीने अधिकारियों के कार्य का मूल्यांकन करता है विभाग
मालूम हो कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कामकाज के आधार पर भू राजस्व से जुड़े सभी अधिकारियों का हरेक महीने मूल्यांकन करता है। सीओ के कामकाज का मूल्यांकन ऑनलाइन म्यूटेशन, लगान, जमाबंदी, भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, अतिक्रमण मुक्ति सहित अन्य कार्यों के निष्पादन की गति के आधार पर किया जाता है। इसके लिए सौ अंक निधारित किए गए हैं। सबसे अधिक 50 प्रतिशत अंक म्यूटेशन के लिए तय किया गया है। जमाबंदी में आॅनलाइन सुधार के आवेदनों के समय पर निबटारे के लिए 20 अंक निर्धारित है। भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र के निष्पादन के लिए 10 अंक है।
कई अधिकारियों को एक प्रतिशत से भी कम अंक
खराब काम करने वाले सीओ का क्रम इस तरह हैः-पतरघट (सहरसा), बहेड़ी (दरभंगा), नौतन (पश्चिम चंपारण), भरगामा (अररिया) और चानन (बांका)। हालत यह है कि इन अंचलों में अक्टूबर महीने में एक प्रतिशत से भी कम आवेदनों का निबटारा हो पाया है। रैंकिंग लिस्ट में इन पांच सीओ की उपलब्धियों वाले कालम में एक प्रतिशत से कम अंक दर्ज है। सूत्रों ने बताया कि ऐसे अधिकारियों को पहले सुधार के लिए चेतावनी दी जाएगी। सुधार नहीं हुआ तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत सर्विस बुक में प्रतिकूल टिप्पणी दर्ज करने के अलावा तबादले की कार्रवाई भी की जा सकती है।