सावधान! अब रिजर्व बैंक का फेक डेबिट कार्ड लॉन्च करने लगे जालसाज! 16 लाख की ठगी के बाद हुआ खुलासा
साइबर ठगों ने भारतीय रिजर्व बैंक का जाली डेबिट कार्ड लॉन्च करना शुरू कर दिया है। पटना के एक सरकारी कर्मचारी से हुई 16 लाख की ठगी के मामले से इसका खुलासा हुआ है। जब तक उन्हें ठगी का अहसास हुआ देर हो चुकी थी।
पटना, जेएनएन। Cyber Crime साइबर ठगों का यह नया फंडा आपको हैरान कर देगा। विदेशी युवती को मदद देने के लिए एक युवती ने फोन कर गुहार लगाई। साथ ही आर्थिक लालच भी दिया। युवती की मनुहार व पैसों का लोभ, साहब फंसे तो फंसते चले गए। जब तक होश आया, जब तक 16 लाख रुपये की चपत लग चुकी थी। खास बात यह भी है कि फोन पर बात करने वाली युवती ने ठगी के दौरान उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का एक कथित जाली डेबिट कार्ड (Fake Debit Card) भी भेज दिया। रिजर्व बैंक का एटीएम पाने के बाद जब पटना के भूप नारायण शर्मा को ठगी का अहसास हुआ, तब तक देर हो चुकी थी। इसके बाद उन्होंने पटना स्थित रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है।
फोन कर मांगी मदद, दी अर्थिक लालच
मिली जानकारी के अनुसार पटना के बोरिंग कैनाल रोड के निवासी व जल संसाधन विभाग में कार्यरत भूप नारायण शर्मा को बीते दिनों अपना नाम प्रमिला सिंह बताने वाली एक महिला ने फोन किया। उसने बताया कि उनके विभाग ने शोध करने के लिए लंदन से जेसिका डेनियल आयी हैं। उनके पास 45 लाख भारतीय रुपये के मूल्य का बैंक ड्राफ्ट है, जिसके कैश होने में एक-दो दिन समय लग जाएगा। उनके फिलहाल कस्टम क्लियरेंस के लिए पैसों की जरूरत है। महिला ने मदद के बदले 2.50 लाख रुपये अलग से देने का वादा किया।
बातों से फंस 16 लाख करा दिए जमा
महिला की बातों से लालच में आ गए भूप नारायण शर्मा ने उसके बताए खाते में 18 नवंबर से एक दिसंबर तक कुल 16,03,800 रुपये ट्रांसफर कर दिए। उन्होंने ये रुपये स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और यूको बैंक के कई बैंक खातों में जमा किए।
पैसे मांगने पर भेजा आरबीआइ का एटीएम
भूप नारायण शर्मा के मांगने पर महिला ने कुछ कागजात के साथ एक डेबिट कार्ड भूप नारायण शर्मा के पते पर भेजा, जिससे पहले 10 से 15 हजार रुपये निकालने को कहा। यह डेबिट कार्ड रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नाम से था। महिला के कहे अनुसार उन्होंने इससे 15 हजार की निकासी कर पिन बदल दिया, लेकिन मिनी स्टेटमेंट में इस रकम की एंट्री नहीं दिखी। आरबीआइ डेबिट कार्ड जारी नहीं करता है, इसलिए माना जा रहा है कि किसी अन्य बैंक के डेबिट कार्ड पर आरबीआइ का प्रिंट कर दिया गया होगा।
पीडि़त ने की आरबाआइ में शिकायत
आरबीआइ का एटीएम मिलने के बाद भूप नारायण शर्मा को ठगी का अहसास हुआ, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। उन्होंने मामले की शिकायत आरबीआइ से कर दी है। बैंक ने इस बाबत कुछ खास तो नहीं बताया, लेकिन ऐसी शिकायत मिलने और इसकी जांच की बात कही है।