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बिहार में कोरोना के बीच पशुओं पर भी मंडराया संक्रमण खतरा, सरकार ने जारी किया अलर्ट

बिहार में अभी कोरोना से राहत नहीं मिली है कि एक और समस्या सामने आ गई है।इस समस्या का नाम है लंफी। सरकार ने कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले पशुओं को लंफी जैसी संक्रामक बीमारी से बचाने के लिए अलर्ट जारी किया है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 06:04 AM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 06:04 AM (IST)
बिहार में कोरोना के बीच पशुओं पर भी मंडराया संक्रमण खतरा, सरकार ने जारी किया अलर्ट
बिहार सरकार ने लंफी जैसी संक्रामक बीमारी से बचाने के लिए अलर्ट जारी किया है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: बिहार में अभी कोरोना से राहत नहीं मिली है कि एक और समस्या सामने आ गई है।इस समस्या का नाम है लंफी। लंफी भी कोरोना संक्रमण की तरह कमजोर इम्यूनिटी वाले पशुओं के लिए खतरा बन रही है। इसकी चपेट में आने से पशुओं की मौत की संभावना बढ़ जाती है। सरकार ने कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले पशुओं को लंफी जैसी संक्रामक बीमारी से बचाने के लिए अलर्ट जारी किया है। पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट भेजा है। कहा गया है कि पशुओं के स्वास्थ्य और व्यवहार पर नजर रखें। आपातकालीन उपचार के लिए दवा आदि का भी इंतजाम किया गया है। पशुपालन निदेशालय ने जागरूकता, सुझाव और उपचार आदि की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन भी जारी किया है। कोई भी पशुपालक 0612 2226049 पर फोन कर मदद ले सकता है।

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बीमारी से बचाने के लिए इंटरनेट मीडिया से किया सावधान

पशुपालन विभाग ने पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए इंटरनेट मीडिया व अन्य माध्यमों से भी सावधान किया है। सभी जिलों के पशु अस्पतालों को हर संभव तैयारी रखने का निर्देश दिया गया है। श्वानों में पारवो वायरस का संक्रमण भी चिंता का कारण बना हुआ है। श्वान पालने वालों को जागरूक किया जा रहा है। बता दें कि बिहार के कुछ जिलों में पशुओं में लंफी बीमारी फैलने की भी खबर है। ऐसे में प्रशासन अलर्ट हो गया है। 

कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले पशुओं को खतरा

दरअसल, लंफी कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले पशुओं को संक्रमित कर देती है। इसके बाद संपर्क में आने वाले अन्य पशु भी चपेट में आते चले जाते हैं। गत वर्ष बिहार के अलावा असम, मध्यप्रदेश, छतीसगढ़, हरियाणा और पंजाब में भी लंफी फैली थी। पशुपालन निदेशालय ने जागरूकता, सुझाव और उपचार आदि की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन भी जारी किया है। कोई भी पशुपालक 0612 2226049 पर फोन कर मदद ले सकता है।


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