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World AIDS Day: क्‍या जेलों में भी बढ़ सकते HIV के आंकड़े? जी हां, ऐसा हुआ है बिहार में

World AIDS Day बिहार की जेलों में एचआइवी संक्रमण के आंकड़े बढ़े हैं। ये आंकड़े यूएनओडीसी के मानकों से अधिक हैं। इसका बड़ा कारण ड्रग्‍स क सेवन है। आइए डालते हैं नजर।

By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 07:41 AM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 10:55 PM (IST)
World AIDS Day: क्‍या जेलों में भी बढ़ सकते HIV के आंकड़े? जी हां, ऐसा हुआ है बिहार में
World AIDS Day: क्‍या जेलों में भी बढ़ सकते HIV के आंकड़े? जी हां, ऐसा हुआ है बिहार में

पटना [अमित आलोक]। World AIDS Day: बिहार में एड्स (AIDS) को लेकर यह चिंताजनक तथ्‍य (Alarming fact) है। यहां की जेलों (Jails) में एड्स के मरीजों की संख्‍या बढ़ रही है। चार हजार बंदियों की अभी तक हुई जांच में दो फीसद अर्थात् 89 एचआइवी संक्रमित (HIV positive) पाए गए हैं। अभी तक के जांच परिणाम को देखते हुए राज्‍य की सभी 59 जेलों में बंद कुल 38 हजार बंदियों में एचआइवी संक्रमण का आंकड़ा चिंताजनक होने की आशंका है।

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अभी तक मिले 89 एचआइवी संक्रमित कैदी

बिहार राज्‍य एड्स नियंत्रण सोसायटी (Bihar AIDS Control Society) के अनुसार बिहार की जेलों में एचआइवी  अन्‍य रक्‍त संक्रमण संयुक्‍त राष्‍ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध कार्यालय (UNODC) के मानकों से अधिक हैं। सोसायटी के अनुसार बिहार की जेलों में अभी तक कुल 4010 कैदियों की रक्‍त जांच की गई है, जिनमें 89 एचआइवी संक्रमित पाए गए हैं। जांच के दौरान 122 कैदियों में यक्षमा (TB) के संक्रमण का भी पता चला है।

एचआइवी संक्रमण का बड़ा कारण ड्रग्‍स

जेल अधिकारी मानते हैं कि जेलों में एचआइवी संक्रमण का बड़ा कारण ड्रग्‍स (Drugs) का सेवन है। एक वरिष्‍ठ जेल अधिकारी ने बताया कि बिहार में कैदियों की बड़ी संख्‍या मादक पदार्थों की आदी है, लेकिन वे जेल के अंदर इनके सेवन की आशंका को नकारते हैं। उनके अनुसार, संभव है कि जेल जाने के पहले उन्‍होंने संक्रमित सिरिंज (Contaminated Syringe) से नशे का इंजेक्‍शन (Injection of Drug) लिया हो।

जेलों में एचआइवी संक्रमण का भ्रष्‍टाचार कनेक्‍शन

जेल अधिकारी जो भी कहें, बिहार की जेलों में नशीले पदार्थों की बरामदगी होती रही है। ऐसे में संभव है कि जेलों के अंदर एक ही सिरिंज से कई कैदियों ने नशे के इंजेक्‍शन लिए हों। जेलों में धन (Bribe) के बल पर अवैध कार्य की छूट देने का लंबा इतिहास रहा है। ऐसे में वहां एचआइवी संक्रमण के भ्रष्‍टाचार (Corruption) कनेक्‍शन से इनकार नहीं किया जा सकता।

कैदियों के बीच चल रहा जागरूकता अभियान

जेल आइजी मिथिलेश मिश्रा मानते हैं कि जेलों में एचआइवी संक्रमित कैदियों की संख्‍या चिंताजनक है। उन्‍होंने बताया कि जेलों में एचआइवी संक्रमण व एड्स को लेकर सघन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। एड्स दिवस के अवसर पर राज्‍य की संभी जेलों में कैंप लगाकर एड्स के संक्रमण व बचाव की जानकारी दी जा रही है। जेल प्रशासन कैदियों की जांच व उनके इलाज के लिए और कदम भी उठा रहा है।

एचआइवी की चपेट में बिहार की 1.15 लाख आबादी

विदित हो कि बिहार में एचआइवी संक्रमण की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। राष्‍ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (National AIDS Control Organisation) के ताजा आंकड़ों के अनुसार देश के कुल 2.14 मिलियन एचआइवी संक्रमित लोगों में बिहार से 1.15 लाख लोग शामिल हैं।


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