खेसारी यादव और पवन सिंह के दंगल में कूदीं अक्षरा सिंह, बोलीं- आरे मूर्ख तहनी के बुझात नइखे
Pawan Singh Vrs Khesari Lal Yadav पवन सिंह और खेसारी लाल यादव के बीच चल रहे वाक्युद्ध में एक के बाद एक नए चेहरे कूदते जा रहे हैं। पहले काजल राघवानी ने भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री की गंदगी सामने लाई और अब अक्षरा सिंह ने तो बहुत कुछ कह दिया है।
पटना, आनलाइन डेस्क। Pawan Singh Vrs Khesari Lal Yadav: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार आजकल नए कीर्तिमान बनाने में लगे हैं। पवन सिंह और खेसारी लाल यादव के बीच चल रहे वाक्युद्ध में एक के बाद एक नए चेहरे कूदते जा रहे हैं। पहले काजल राघवानी (Kajal Raghwani) ने भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री की गंदगी सामने लाई और अब अक्षरा सिंह (Akshara Singh) ने तो बहुत कुछ कह दिया है। अक्षरा ने कहा कि बरसाती मेंढक सब बिल से बाहर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि एक टूटपूंजिया कलाकार जब एक लड़की को बेआबरू करने के लिए बंद कमरे में गाना गाया था, तो भोजपुरी के वजूद की बात करने वाले कहां थे? ये लोग पैर की धूल बनने लायक नहीं हैं।
केवल लइकी के उतार द नहीं करते हैं दूसरी इंडस्ट्री के लोग
अक्षरा ने कहा कि भोजपुरी को बदनाम करने वालों को रवि किशन और मनोज तिवारी से सीखना चाहिए। ये लोग उनके पैरों की धूल भी नहीं बन सकते। रवि किशन के व्यवहार से ही लगता है कि वे सुपर स्टार हैं। इनको दूसरी इंडस्ट्री से सीखना चाहिए। दूसरी सभी इंडस्ट्री में एक-दूसरे को पुश किया जाता है। केवल लइकी चढ़ तानी, और लइकी के उतार द नहीं करते हैं लोग।
बरसाती मेंढक तक कह डाला
अक्षरा ने कहा कि बरसाती मेंढकों को ध्यान रखना चाहिए कि बरसात का मौसम हमेशा नहीं रहेगा। उपलब्धि को पचाना सीखो। तब खुद भी आगे बढ़ोगे और इंडस्ट्री को भी आगे बढ़ाओगे। भोजपुरी की बात ऐसे नहीं होगी। भोजपुरी की बात करनी है तो हर वक्त पर एक साथ आइए। अक्षरा ने कहा कि वे ऐसे लोगों को कलाकार मानती ही नहीं हैं। नया-नया भेंट कर ली, हकर-हकर पेट कर ली। चार दिन का... कुछ सीख नहीं लिए कि...
चार गाना क्या हिट हो गया, खुद को भगवान बना लिए
अक्षरा सिंह ने ये वीडियो चलती गाड़ी में संभवत: अपने मोबाइल से शूट किया। उन्होंने कहा- आपस में भेंट कर तार, आपन घर में सेंड कर तार....। आरे मूर्ख तहनी के बुझात नइखे, जवन छिपा में खातार, ओही में छेद कर तार... आपस में ही विवाद, आपस में ही लाइव, लाइव, लाइव..., केतना लाइव..., क्या प्रूफ करना चाहते हैं? मौके पर चौका मारने की आदत हो गई है। भोजपुरी के सम्मान की बात करते हैं आप लोग? यहां का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि चार दिए आए, चार गाना हिट हो गया तो खुद को भगवान बना लिए। पहले सीखिए और तब लोला बजाइएगा। गाना गाकर बहुत बड़ा सुपरस्टार नहीं बन गए।
ये भी पढ़ें, काजल राघवानी ने बताई गंदी सच्चाई; भोजपुरी स्टार सिंह, पांडेय और यादव पर खोला मुंह