AIMIM Split in Bihar: सीमांचल में ओवैसी को झटका दे लालू ने बढ़ाया आधार, पर एनडीए अभी भी सबसे मजबूत ...INSIDE STORY
AIMIM Split in Bihar एआइएमआइएम सुप्रीमो असदुद्दीन औवैसी को बिहार के सीमांचल में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का बडा झटका लगा है। उनकी पार्टी टूट गई है। इसके साथ आरजेडी सीमांचल में मजबूत तो हुई है लेकिन वहां अभी भी एनडीए सबसे मजबूत स्थिति में है।
पटना, आनलाइन डेस्क। AIMIM Split in Bihar: अपने मुसलमान-यादव समीकरण (MY Equation) के बल पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कभी बिहार के मुस्लिम बहुल सीमांचल इलाके (Seemanchal Area of Bihar) में मजबूत हैसियत रखता था। बीच के दौर में यह पकड़ कमजोर हुई। खासकर एआइएमआइएम (AIMIM) के कारण सीमांचल इलाके में आरजेडी को बड़ा नुकसान उठान पड़ा था। लेकिन बदले सियासी हालात में अब एआइएमआइएम के सीमांचल के पांच में से चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए हैं। इस राजनीतिक उलटफेर ने असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) को लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) का बड़ा झटका लगा है तो सीमांचल में आरजेडी मजबूत हो गया है। आरजेडी ने पूर्णिया (Purnia) और अररिया (Araria) जिलों में अपना खाता भी खोल लिया है। हालांकि, सीमांचल के चारों जिलों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) भी सर्वाधिक मजबूत स्थिति में है।
बीते चुनाव में आरजेडी को लगा था झटका
बीते विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम ने लालू प्रसाद यादव के आरजेडी को सीमांचल में बड़ा झटका दिया था। तब सीमांचल के चार जिलों की 24 सीटों में आरजेडी के हाथ केवल किशनगंज की ठाकुरगंज सीट ही आ सकी थी। पूर्णिया, कटिहार और अररिया में तो आरजेडी शून्य पर आउट हो गई थी। लेकिन बुधवार को एआइएमआइएम के चार विधायकों के आरजेडी में आने के बाद हालात बदल गए हैं। अब आरजेडी के पूर्णिया और अररिया में अपने विधायक हैं।
किशनगंज में सबसे मजबूत स्थिति में आरजेडी
एआइएमआइएम छोड़ आरजेडी में आने वाले जोकीहाट के विधायक शाहनवाज आलम आरजेडी के मजबूत स्तंभ रहे तस्लीमुद्दीन के पुत्र हैं। उनके आने से अररिया में आरजेडी को फिर मजबूती मिली है। पूर्णिया के बायसी से विधायक सैयद रुकुनुद्दीन के साथ आरजेडी ने वहां भी अपन उपस्थिति दर्ज करा ली है। आरजेडी किशनगंज में सर्वाधिक मजबूत हो गई है, जहां की चार सीटों में तीन उसके पास तो एक सीट कांग्रेस के पास है।
सीमांचल में अभी भी सबसे मजबूत है एनडीए
सवाल यह भी है कि एआइएमआइएम में इस टूट के साथ क्या आरजेडी सीमांचल में अपनी पहले वाली हैसियत में आ गई है? इसका जवाब ना में है। सीमांचल के चारों जिलों में एनडीए अभी भी मजबूत है। पूर्णिया जिले की सात विधानसभा सीटों में से चार एनडीए के पास है। अररिया व कटिहार में भी एनडीए मजबूत है। भारतीय जनता पार्टी ने बिहार की नीतीश कुमार सरकार में अपना उपमुख्यमंत्री सीमांचल से देकर इस इलाके को लेकर अपनी गंभीरता को जाहिर कर दिया है। आरजेडी केवल किशनगंज में मजबूत स्थिति में है।
सीमांचल में सीटों का गणित, एक नजर
कुल विधानसभा सीटें: 24
बीजेपी: 8
आरजेडी: 5
कांगेेस: 5
जेडीयू: 4
एआइएमआइएम: 1
भाकपा माले: 1