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फर्जीवाड़े के बाद बिहार में बदली कोरोना जांच की व्यवस्था, कोविड टेस्ट कराने के लिए मोबाइल जरूरी

बिहार सरकार ने कोविड-19 के टेस्ट में बड़े बदलाव की तैयारी कर ली है। अब कोविड-19 के टेस्ट सिर्फ ऑन-डिमांड होंगे। टेस्ट के लिए आग्रह करने वाले व्यक्ति को आवश्यक रूप से अपना मोबाइल नंबर देना होगा। जानें और क्या करना होगा।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sun, 14 Feb 2021 08:02 PM (IST)Updated: Mon, 15 Feb 2021 02:10 PM (IST)
फर्जीवाड़े के बाद बिहार में बदली कोरोना जांच की व्यवस्था, कोविड टेस्ट कराने के लिए मोबाइल जरूरी
बिहार में कोरोना टेस्ट को लेकर बड़े बदलाव किए गए हैं। प्रतीकात्मक तस्वीर।

सुनील राज, पटना: राज्य में कोरोना जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ में जाने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में अब तक हड़कंप मचा हुआ है। तीन जिलों में टेस्ट में गड़बड़ी किए जाने की बात सामने आने के बाद जांच शुरू होते ही धीरे-धीरे अन्य जिलों में भी इस प्रकार की गड़बड़ की बात सामने आ रही है। जिसके बाद सरकार ने कोविड-19 के टेस्ट में बड़े बदलाव की तैयारी कर ली है। 

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मोबाइल पर आएगा पासवर्ड

अब कोविड-19 के टेस्ट सिर्फ ऑन-डिमांड होंगे। टेस्ट के लिए आग्रह करने वाले व्यक्ति को आवश्यक रूप से अपना मोबाइल नंबर देना होगा। उसी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर पर एक वन टाइम पासवर्ड आएगा। इस पासवर्ड को दिखाने के बाद ही संबंधित व्यक्ति का सैंपल लेकर टेस्ट की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। 

ऑन डिमांड कोविड-19 टेस्ट

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व में भी ऑन डिमांड कोविड-19 टेस्ट की व्यवस्था लागू की गई थी। बाद में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सबके लिए मुफ्त जांच की व्यवस्था बनाई गई। जिसका कुछ जिलों में कुछ लोगों ने फायदा उठाया और टेस्ट में गड़बडिय़ां की गई। भविष्य में ऐसी गड़बड़ पर काबू के लिए विभाग सख्त हो गया है। इसके लिए जांच की व्यवस्था में काफी बदलाव की मंजूरी दी गई है। 

टेस्ट से पहले कराना होगा निबंधन

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि कोरोना टेस्ट की आशंका होने पर व्यक्ति अगर कोविड-19 टेस्ट कराना चाहेंगे तो उन्हें टेस्ट के पहले नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र, मेडिकल कॉलेज में निबंधन कराना होगा। निबंधन के दौरान उन्हें अपना 10 अंकों का मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से देना होगा। कंप्यूटर में संबंधित व्यक्ति का डेटा फीड करते हुए जांच के लिए पंजीकृत हुए व्यक्ति के मोबाइल पर एक वन टाइम पासवर्ड आएगा। यह पासवर्ड स्वास्थ्य कर्मी (जो सैंपल लेगा) को दिखाना होगा। पासवर्ड सही होने पर ही संबंधित व्यक्ति के सैंपल लिए जाएंगे और रिपोर्ट भी उसी मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी।

दूसरे का मोबाइल नंबर देकर जांच कराना संभव नहीं

किसी का भी मोबाइल नंबर देकर कोरोना टेस्ट तब संभव नहीं हो पाएगा। इतना ही नहीं संबंधित व्यक्ति के टेस्ट के लिए जांच टीम उनके स्थान पर नहीं जाएगी, बल्कि उस व्यक्ति को टेस्ट के लिए पास स्वास्थ्य केंद्र में आना होगा। इसके बाद ही उसकी जांच हो पाएगी। सूत्रों की माने तो कोविड टेस्ट की नई व्यवस्था 15 फरवरी से ही प्रभावी हो जाएगी। 


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