कृष्ण की भक्ति के बाद शक्ति की तलाश में तेज प्रताप, कर्ली बाल के बाद अब भाया यह स्टाइल
मथुरा और वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति की तलाश में भटकने वाले विधायक तेजप्रताप यादव को अब शक्ति की तलाश है। बाल का रंग और डिजाइन बदलकर आजकल जिम जाने लगे हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। मथुरा और वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति की तलाश में भटकने वाले विधायक तेज प्रताप यादव को अब शक्ति की तलाश है। बाल का रंग और डिजाइन बदलकर आजकल जिम जाने लगे हैं। शक्ल बाहुबली की तरह बना ली है। नए लुक को लेकर उत्साहित भी हैं। वीडियो बनवाकर वायरल करा रहे हैं।
फिर चर्चा में तेज प्रताप
लोकसभा चुनाव में अपने बागी तेवर से लालू परिवार और पार्टी (राजद) की परेशानी बढ़ाने वाले तेज प्रताप फिर चर्चा में हैं। पिछले एक हफ्ते के दौरान उन्होंने पहले अपना लुक बदला और अब बॉडी बदलने में लगे हैं। रोज जिम जा रहे हैं। एक्सरसाइज कर रहे हैं। अपने अर्जुन तेजस्वी यादव के अदालती चक्कर से अलग तेज प्रताप को राजनीति से ज्यादा वास्ता नहीं दिख रहा है, किंतु वह विधानसभा की कार्यवाही में अक्सर देखे जाते हैं। कुछ बोलते नहीं हैं। चुपचाप जाते हैं। कुछ देर की खानापूर्ति के बाद निकल जाते हैं।
राजनीति में नहीं दिख रही सक्रियता
राजद स्थापना दिवस समारोह और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सक्रिय भागीदारी की बात अगर छोड़ दी जाए तो लोकसभा चुनाव में राजद की करारी शिकस्त के बाद तेज प्रताप राजनीतिक रूप से सक्रिय नहीं देखे जा रहे हैं। राजद के प्रदेश कार्यालय में हर दिन लगाने वाले जनता दरबार को आजकल बंद कर दिया है। इधर-उधर का भ्रमण बंद है।
सोशल मीडिया पर बिखेर रहे हैं जलवा
कभी कृष्ण तो कभी शंकर की भक्ति में लीन नजर आने वाले तेज प्रताप का मथुरा-वृंदावन की गलियों से गुजरे हुए भी अरसा बीत गया। लगता है कि उन्होंने अपनी सक्रियता की दिशा बदल दी है। वह चुप हैं, किंतु निष्क्रिय नहीं। सोशल मीडिया पर जलवा बिखेर रहे हैं। फिल्मी स्टाइल में अपना वीडियो बनवा रहे हैं। पोस्ट भी कर रहे हैं। हाल में जिम करते वक्त का वीडियो बनवाया है। काले वस्त्र में फिल्मी स्टाइल में जिम में प्रवेश करते नजर आते हैं। इसके पहले कर्ली बाल वाले लुक में भी उन्होंने सुर्खियां बटोरी थी।
शादी के छह माह बाद ही दी तलाक की अर्जी
शादी के महज छह महीने बाद ही पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक के लिए अदालत में अर्जी देने वाले तेज प्रताप पर फिलहाल सबकी नजर इसलिए भी है कि चुनाव में पार्टी की पराजय के लिए उन्हें जिम्मेदार बताया जा रहा है। जहानाबाद, सिवान और शिवहर संसदीय सीटों पर राजद के प्रत्याशियों का उन्होंने विरोध किया था। जहानाबाद क्षेत्र में राजद की मामूली 1700 वोटों से हार के लिए तो सीधे तौर पर तेज प्रताप को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।