बेगूसराय में युवक की मौत के बाद भड़के लोग, डीएसपी की गाड़ी पर पथराव,पुलिस ने की फायरिंग
बेगूसराय में गुरुवार को युवक की मौत के बाद आक्रोशित भीड़ ने जमकर बवाल काटा। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया पीएचसी में तोड़फोड़ के साथ डीएसपी की गाड़ी पर भी पथराव किया। इस दौरान पुलिस के साथ झड़प हुई जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने पुलिस को खदेड़ दिया।
बेगूसराय, जागरण संवाददाता। गुरुवार की सुबह बखरी बलाॅक चौक रणक्षेत्र बन गया। पुलिस और आक्रोशित भीड़ के बीच जमकर झड़प हुई। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने पीएचसी में भारी तोड़फोड़ करते हुए परिहारा पुलिस तथा पीएचसी प्रभारी के वाहन को आग के हवाले कर दिया। आक्रोशित भीड़ ने पीएचसी सहित में भारी तोड़फोड़ करते हुए प्रसव कक्ष, ओपीडी, लैब, टीबी कक्ष को पुरी तरह ध्वस्त करते हुए प्रभारी डा. एमपी चौधरी के आवास में घुसकर जमकर तोड़फोड़ करने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया। इस दौरान पुलिस के साथ झड़प हुई। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस को खदेड़ दिया।
पुलिस द्वारा की गई कई राउंड फायरिंग का भी भीड़ पर कोई असर नहीं हुआ। भीड़ के आक्रोश का शिकार सीओ शिवेंद्र कुमार, परिहारा ओपी प्रभारी चंद्र प्रकाश महतो समेत कई पुलिस जवान हुए। करीब तीन घंटे के तांडव के बाद डीएम अरविंद कुमार वर्मा, एसपी अवकाश कुमार के पहुंचने तथा समझाने-बुझाने के बाद मामला शांत हुआ। डीएम की मध्यस्थता में सीएम से पीड़ित परिवार की बातचीत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। इस दौरान पूरा अनुमंडल चौक पुलिस छावनी में बदला रहा।
घटना की शुरुआत शकरपुरा निवासी ननकू रजक की छठ के दौरान बागमती नदी में डूबने के बाद हुई। बताया जाता है कि ननकू को पानी से निकालने के बाद स्वजन एवं ग्रामीण उसे स्थानीय पीएचसी पहुंचे। डाक्टरों ने युवक को देखने के बाद उसे रेफर कर दिया। जिसकी रास्ते में मौत हो गई। मौत के बाद लोग आक्रोशित हो गए और शव को ब्लाक चौक पर रखकर हंगामा करने लगे। तभी भीड़ ने अचानक पीएचसी पर हमला कर दिया। जबतक वहां पुलिस पहुंची तब तक पूरा पीएचसी क्षतिग्रस्त हो चुका था। डीएम, एसपी के आने के स्थानीय विधायक सूर्यकांत पासवान, पूर्व विधायक उपेंद्र पासवान , जिला परिषद सदस्य घनश्याम राय, पूर्व मुखिया तुफैल खान, विश्वनाथ यादव, नगर पार्षद नीरज नवीन आदि मौके पर पहुंचे तथा मामले को शांत करवाने में अपना योगदान दिया।