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कोरोना के बाद डेंगू ने राजधानी में पसारा पांव

कसता शिकंजा - 276 लोग प्रदेश में डेंगू संक्रमित - 206 लोग सिर्फ पटना जिले के - फुलवारीशरीफ खगौल रामकृष्णा नगर राजीव नगर में खतरा अधिक जागरण संवाददाता पटना

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 01:14 AM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 01:14 AM (IST)
कोरोना के बाद डेंगू ने राजधानी में पसारा पांव
कोरोना के बाद डेंगू ने राजधानी में पसारा पांव

पटना । कोरोना संक्रमण का कहर अभी थमा नहीं कि डेंगू शिकंजा कस दिया है। कोरोना की तरह डेंगू के भी सर्वाधिक मरीज पटना में ही मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में अब तक डेंगू के 275 मामले सामने आए हैं और इनमें से 205 पटना जिले के निवासी हैं। ये संक्रमित पटनासिटी से खगौल तक करीब हर मोहल्ले के हैं। ऐसे में यदि डेंगू मच्छरों की रोकथाम या उनसे बचाव नहीं किया गया तो जल्द ही यह गत वर्ष की तरह बेकाबू हो सकता है।

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सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि पटना जिले में कल तक 204 डेंगू संक्रमित थे। ये लोग जिले के विभिन्न मोहल्लों के निवासी हैं। किसी क्षेत्र विशेष में डेंगू के कहर जैसे हालात कहीं नहीं है। जिन इलाकों में डेंगू रोगी मिले हैं, वहां फॉगिंग व एंटी लार्वा दवा टेमीफॉस का छिड़काव कराया जा रहा है।

पीएमसीएच में भर्ती एक

मरीज की हालत गंभीर

पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. बिमल कारक ने बताया कि फुलवारीशरीफ निवासी शमशाद नामक एक रोगी की हालत गंभीर है। ऐसे में उसे डेंगू वार्ड के बजाय टाटा वार्ड स्थित मेडिकल इमरजेंसी में रखा गया है। वहीं कई अन्य गंभीर रोगी निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं, जिनकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है।

जलजमाव में क्षेत्रों में

बढ़ रही मरीज की संख्या

साफ-सफाई की कमी और जलजमाव वाले इलाकों में डेंगू के मामले ज्यादा आ रहे हैं। इनमें फुलवारीशरीफ, खगौल, राजीवनगर और रामकृष्णा जैसे क्षेत्र विशेष हैं। वहीं घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भी गंदगी के डेंगू संक्रमित एडीज मादा मच्छर लोगों को बीमार कर रही हैं।

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हाईलाइटर :

- 6665 डेंगू के मामले 2019 में मिले थे प्रदेश में

- 49 से अधिक लोगों की हुई थी मौत

- 5000 मामले सिर्फ पटना के थे गत वर्ष

- 12 क्षेत्र राजधानी के गत वर्ष थे डेंगू के लिए संवेदनशील

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बरतें खास सावधानी

- बुजुर्गो, बच्चों, गर्भवती या लंबे समय से बीमार लोग हर समय घर में मॉसकीटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।

- डेंगू से बचाव का एकमात्र उपाय मच्छरों से बचना है, खासकर दिन से शाम तक।

- फुल आस्तीन के कपड़े और मोजे पहनें तथा मच्छरदानी लगाकर सोएं।

- बुखार व दर्द कितना भी तेज हो, पैरासिटामोल के अलावा ब्रूफेन या अन्य दर्द निवारक दवा अपने आप कतई न लें।


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