Move to Jagran APP

Bihar: अपर मुख्‍य सचिव बोले, शिक्षण संस्‍थानों में कोरोना प्रोटोकाल का कड़ाई से करना होगा अनुपालन

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी कुलपति डीएम और डीईओ को निर्देश दिया है कि शैक्षणिक कार्य आरंभ होने पर सावधानी बरतें। प्रत्येक शिक्षण संस्थान में चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करें। -आकस्मिक सुरक्षात्मक संबंधी तैयारी के लिए उत्तरादायी टीम गठित अनिवार्य

By Vyas ChandraEdited By: Published: Wed, 07 Jul 2021 03:21 PM (IST)Updated: Wed, 07 Jul 2021 03:21 PM (IST)
Bihar: अपर मुख्‍य सचिव बोले, शिक्षण संस्‍थानों में कोरोना प्रोटोकाल का कड़ाई से करना होगा अनुपालन
शैक्षणिक संस्‍थानों में कोरोना गाइडलाइन का सख्‍ती से हाेगा पालन। प्रतीकात्‍मक फोटो

पटना, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में दसवीं कक्षा से ऊपर के शिक्षण संस्थानों को खोलने को लेकर सरकार बेहद सतर्कता बरत रही है। इसकी नजीर शिक्षा विभाग की ओर से मंगलवार को जारी गाइडलाइन है। इसमें अपर मुख्य सचिव संजय कुमार (Additional Chief Secretary Sanjay Kumar) ने सभी विश्‍वविद्यालयों के कुलपतियों, जिलाधिकारियों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोविड-19 प्रोटोकाल (Covid 19 Protocol) का सख्ती से पालन कराना आप सबकी सबसे बड़ी जिम्मेवारी है। कैंपस में प्रवेश से पहले विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों तथा आगंतुकों के लिए मास्क लगाना या फेस कवर करना अनिवार्य है।

loksabha election banner

सबकी सुरक्षा हमारी सर्वोच्‍च प्राथमिकता

अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि सबकी सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। 12 जुलाई से 11वीं एवं 12वीं तक के विद्यालयों के अलावा सभी विश्‍वविद्यालयों और महाविद्यालयों समेत तकनीकी शिक्षण संस्थानों में कुल संख्या की 50 फीसद विद्यार्थियों की उपस्थिति होगी। आनलाइन माध्यम से शिक्षण व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी। संबंंधित अफसरों को यह निर्देश भी दिया गया है कि शैक्षणिक संस्थानों के छात्र-छात्राओं, शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को कोविड-19 का टीका लेना सुनिश्चित करेंगे।

शिक्षण संस्थानों को खोलने से पहले की तैयारी

अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने गाइडलाइन के जरिये संबंधित शिक्षण संस्थानों को खोलने से पहले की सारी तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा है। कैंपस एवं सभी भवन की कक्षाओं, फर्नीचर, उपकरण, स्टेशनरी, भंडार कक्ष, पानी टंकी, किचेन वाशरूम, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी की सफाई होगी। उसे विसंक्रमित किया जाएगा। हाथ सफाई की सुविधा क्रियाशील रहेगी। डिजिटल थर्मोमीटर, सेनेटाइजर, साबुन की व्यवस्था होगी। परिवहन व्यवस्था प्रारंभ किए जाने से पहले सेनेटाइजेशन होगी।

मेन गेट से क्रमवार आने-जाने की व्यवस्था

कक्षाओं के साथ स्टाफ रूम, आफिस और आगंतुक कक्ष में भी छह फीट पर बैठने की व्यवस्था रहेगी। आते-जाते समय विद्यार्थी मेनगेट पर क्रमवार आएंगे-जाएंगे। गेट खुला रखा जाएगा ताकि भीड़ नहीं लगे। अभिभावकों और विद्यार्थियों के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जाएगा। आगंतुक कक्ष, हाथ सफाई स्थल, पेयजल केंद्र एवं टायलेट के बाहर जमीन पर वृताकार चिन्ह छह फीट की दूरी पर निशान बनाया जाएगा। वर्गकक्ष का आकार छोटा होने की स्थिति में कंप्यूटर रूम,लाइब्रेरी, प्रयोगशाला आदि का भी उपयोग किया जाएगा। कोशिश होगी कि अभिभावक-शिक्षक बैठक वर्चुअल हो। नए कक्षा में नामांकन के लिए केवल अभिभावक आएंगे। इससे बच्चे मुक्त रहेंगे। बीमारी संबंधी छुट्टी की नीति को लचीला बनाया जाएगा। ऐसे आवेदन पर घर रहने की अनुमति रहेगी। विद्यार्थी घर से पका पकाया पौष्टिक भोजन लाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.