वैशाली में आधा दर्जन प्रधानध्यापकों पर एक्शन, विभाग ने वेतन रोकने के साथ किया शो-काज
वैशाली में करीब आधा दर्जन स्कूलों के प्रधानध्यापकों पर सख्त कार्रवाई की गई है। जानकारी के मुताबिक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के स्तर पर भेजे गए दसवीं की जांच परीक्षा के प्रश्न पत्र एवं गोपनीय सामग्री प्राप्त नहीं करने वाले प्रधानों की सैलरी रोक दी गई है।
वैशाली(महुआ) संवाद सहयोगी। जिले के आधा दर्जन प्रधानध्यापकों के वेतन पर रोक लगा दी गई है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के स्तर पर भेजे गए दसवीं की जांच परीक्षा के प्रश्न पत्र एवं गोपनीय सामग्री प्राप्त नहीं करने वाले जिले के आधा दर्जन विद्यालय के प्रधानध्यापक का वेतन रोकते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी से शो-काज किया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के स्तर पर की गई इस कार्रवाई को लेकर हड़कंप मच गया है। कहा गया है कि संतोषजनक जवाब नहीं देने वाले विद्यालयों के प्रधानध्यापक के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर सिंह ने जिले के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय पानापुर सिलौथर, उत्क्रमित उच्च विद्यालय सुपौल टरिया, उत्क्रमित उच्च विद्यालय रामपुर खैरी, उत्क्रमित उच्च विद्यालय डीह बिजौली, ग्रामोदय उच्च विद्यालय फतेहपुर अफजलपुर एवं संजय सिंह प्लस टू उच्च विद्यालय दिग्घीकलां हाजीपुर के प्रधानध्यापक का वेतन तत्काल रोकते हुए शो-काज किया है। इन विद्यालयों के प्रधानध्यापकध्यापक पर आरोप है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के स्तर पर 12 से 20 नवंबर तक आयोजित दसवीं की जांच एवं प्रायोगिक परीक्षा का प्रश्नपत्र एवं अन्य गोपनीय सामग्री को प्राप्त नहीं किया गया है।
वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर सिंह ने कहा है कि निर्देश के बावजूद प्रश्नपत्र एवं अन्य गोपनीय सामग्री प्राप्त नहीं करने के कारण इन विद्यालयों के छात्रों की जांच परीक्षा प्रारंभ नहीं हो सकी। इसे लेकर यह सख्त कदम उठाया गया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के स्तर पर दसवीं के छात्रों के लिए जांच एवं प्रायोगिक परीक्षा का आयोजन किया गया है।
इसके लिए सभी विद्यालय प्रधानध्यापक को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के स्तर पर प्रश्न पत्र एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई थी। उक्त विद्यालय के प्रधानध्यापकों ने सामग्री को रिसीव नहीं किया। जिसको लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सख्त कदम उठाते हुए उन विद्यालयों के प्रधानध्यापकों के वेतन को रोकने का आदेश निर्गत करते हुए शो-काज किया है।