पुलवामा में ड्यूटी पर तैनात सीआरपीएफ जवान पर बिहार में दर्ज हो गया कार्बाइन से फायरिंग का मुकदमा!
कश्मीर के पुलवामा में तैनात एक सीआरपीएफ जवान पर बिहार में अपने गांव आकर कार्बाइन से फायरिंग करने की प्राथमिकी दर्ज हो गई है। सीआरपीएफ जवान ने वीडियो जारी कर ऐसा दावा किया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा।
बक्सर, जागरण संवाददाता। Buxar Crime: बिहार के बक्सर जिले में सीआरपीएफ के जवान पर लूट और कार्बाइन से गोली चलाने के मामले में नया मोड़ आते दिख रहा है। इस मामले में आरोपित जवान ने कश्मीर के पुलवामा से अपना एक वीडियो जारी किया है। इसमें जवान का कहना है कि उसे गलत तरीके से गांव के ही कुछ लोगों ने फंसाने का काम किया है। जवान का दावा है कि वह जनवरी महीने से ही लगातार पुलवामा में ड्यूटी कर रहा है। इस बीच वह अपने गांव आया ही नहीं है। लेकिन बक्सर के राजपुर थाने में उनके खिलाफ लूट के दौरान गोली चलाने की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इस बीच सीआरपीएफ जवान के पिता ने एसपी से भी मामले में न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने पर ही सच्चाई सामने आएगी।
राजपुर थाने के डिहरी गांव का मामला
बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के डिहरी गांव में पिछले 10 अप्रैल को सीएसपी संचालक से लूट मामले में कार्बाइन से गोली चलाने के आरोपी सीआरपीएफ जवान राजीव राय उर्फ राजू के पिता ने अपने पुत्र को गलत तरीके से फंसाये जाने का आरोप लगाते हुए एसपी तथा अन्य पुलिस अधिकारियों को मामले में जांच का अनुरोध किया है। सीआरपीएफ जवान के पिता अक्षयवर नाथ राय वर्तमान में पंचायत के उप सरपंच हैं। उन्होंने कहा कि, उनका पुत्र 20 जनवरी से ही लगातार जम्मू कश्मीर के पुलवामा में ड्यूटी में कार्यरत है।
पुलवामा में ही ड्यूटी कर रहा है आरोपित जवान
वर्तमान में वह पुलवामा में ही ट्रेनिंग कर रहा है। इसी बीच 10 अप्रैल को गांव में दो पक्षों की आपसी रंजिश में हुई। घटना में फर्जी तरीके से उनके पुत्र का नाम प्राथमिकी अभियुक्त के रूप में लिखवा दिया गया जबकि, वह यहां है ही नहीं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ दिनों पूर्व एक अनजान नंबर से फोन कर उनसे पैसों की मांग की गई थी तथा कहा गया था कि, पैसे नहीं देने पर वह उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा देंगे।
सीआरपीएफ जवान का दावा- घटना के दिन नहीं थे गांव में
सीआरपीएफ जवान राजीव राय ने भी सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वह अपनी ड्यूटी के स्थान पर खड़े होकर यह बता रहे हैं कि घटना के दिन भर गांव में नहीं थे तथा काफी दिनों से वह अपनी ड्यूटी में है। मामले में सदर एसडीपीओ गोरख राम ने बताया कि, सीआरपीएफ जवान के पिता के द्वारा उन्हें आवेदन दिया गया है जिसके आधार पर मामले की जांच की जा रही है। मामले में अगर कोई निर्दोष होगा तो वह फंसेगा नहीं लेकिन, जो दोषी होगा उसे किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा।