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नहर ने तो लौटा दी बाइक, पुलिस अब तक नहीं कर सकी यह काम, सिवान की घटना का क्‍या है रहस्‍य

सिवान के दारौंदा थाना क्षेत्र से पांच माह पूर्व लापता कूरियर डिलीवरी ब्वॉय का अब तक पता नहीं चल सका है। पुलिस अनुसंधान जारी रहने की बात कर रही है। इस बीच एक बाइक नहर से बरामद की गई है जो उसी कूरियर ब्वॉय की है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 05:15 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 05:21 PM (IST)
नहर ने तो लौटा दी बाइक, पुलिस अब तक नहीं कर सकी यह काम, सिवान की घटना का क्‍या है रहस्‍य
सिवान में नहर से बाइक निकलवाती पुलिस। जागरण

दारौंदा (सिवान), संवाद सूत्र। दारौंदा थाना क्षेत्र के करसौत निवासी सुभाष कुमार सिंह पिछले वर्ष सात सितंबर को कूरियर की डिलीवरी करने के दौरान गायब हो गए थे। करीब पांच माह से लापता सुभाष सिंह का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। लेकिन सोमवार को उनकी बाइक जीबीनगर थाना क्षेत्र के माधोपुर नहर में मिल गई। सुभाष के लापता होने की प्राथमिकी (कांड संख्या 259/21) उनकी पत्‍नी निभा देवी के बयान पर दारौंदा थाने में  दर्ज की गई थी। बाइक मिलने के बाद एक बार फिर सुभाष सिंह की तलाश तेज हो गई है। 

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पांच माह पूर्व कूरियर समान देने दौरान लापता हुए थे सुभाष

दारौंदा के करसौत निवासी सुभाष कुमार सिंह एक कूरियर कंपनी में डिलीवरी ब्वॉय का काम करते थे। पांच माह पूर्व कूरियर के सामान पहुंचाने निकले थे। तिथ‍ि थी सात सितंबर। पांच जगह उन्हें डिलीवरी देनी थी। इसमें चार जगहों पर उन्होंने डिलीवरी कर दी थी, लेकिन एक जगह सामान की डिलीवरी नहीं हो पाई थी। इसी बीच जीबी नगर तरवारा के माधोपुर समीप से वे गायब हो गए। हर जगह उनकी तलाश की गई लेकिन न सुभाष का पता चला और न उनकी बाइक का। इसके बाद पत्‍नी ने प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी, लेकिन एक-दो करते हुए पांच महीने बीत गए। सुभाष का पता नहीं चला। 

पांच महीने में भी लापता सुभाष को नहीं ढूंढ़ पाई पुलिस

सोमवार को पुलिस को सूचना मिली कि माधोपुर नहर में बाइक दिख रही है। दारौंदा थानाध्यक्ष ने बताया कि नहर में जब पानी कम हुआ तो बाइक दिखने लगी। ग्रामीणों ने सूचना दी तो वहां पहुंचकर मछुआरों के सहयोग से बाइक को निकाला गया। बाइक का सत्‍यापन होने पर पता चला कि ये सुभाष सिंह की है। थानाध्यक्ष ने बताया कि सुभाष के लापता होने के बाद उनके मोबाइल का अंतिम लोकेशन माधोपुर में था, लेकिन उनका सुराग नहीं मिला था। इस दौरान मौके पर जीबीनगर, महाराजगंज एवं दारौंदा पुलिस के पदाधिकारी दलबल के साथ मौजूद थे। 


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